1
चरका मरका चाबतां,
चंचल होगी चांच ।
फीका लागै फलकिया,
अकरा सेकै आंच ।
करमां रो कीट लागै ।
2
नेता नाटक मांडिया,
ले नेता री ओट ।
नेता नै नेता चुणै,
जनता घालै बोट ।।
लोक सिधारो परलोक ।।
3
लोक घालै बोटड़ा,
नेता भोगै राज ।
लोकराज रै आंगणै,
देखो कैड़ा काज ।।
जोग संजोग री बात।।
4
हाकम रै हाकम नहीँ,
चोर न जामै चोर ।
नेता तो नेता जणै,
नीँ दाता रो जोर ।।
नेता जस अमीबा ।।
5
चोरी जारी स्मगलिँग,
है नेता रै नाम ।
आं कामां नै टालगै,
दूजो केड़ो काम।।
आप बिकै नी बापड़ा ।।
6
जनता हाथां हार गै,
हाट करावै बंद।
फेर ऐ खुल्ला सांडिया,
खूब खिंडावै गंद ।।
जिताओ बाळो आगड़ा।।
7
चोळा बदळै रोजगा,
चालां रो नीँ अंत ।
भाषण देवै जोरगा,
वादां में नीँ तंत।।
कियां घड्या रामजी ।।
8
नेता मरियां कामणी,
माता मरियां पूत।
बो इज होवै पाटवी,
जो मोटो है ऊत ।।
मारो साळां रै जूत ।।
9
बोट घलावै बापजी,
दे कंठां मेँ हाथ ।
जीत बजावै ढोलड़ा,
अणनाथ्या हे नाथ ।।
पोल मेँ बजावै ढोल ।।
10
बाजो बाजै जीत गो,
नेता घर मेँ रोज ।
हारै जनता बापड़ी,
भूखी टाबर फोज ।।
घालो ओज्यूं बोट।।
11
नेता खावै धापगै,
जनता भूखी भेड़ ।
पांच साल मेँ कतरगै,
पाछी चाढै गेड़ ।।
राम ई राखसी टेक ।।
12
नेता मुख है मोवणां,
धोळा धारै भेस ।
जीत्यां जावै आंतरा,
हार्यां करै कळेस ।।
दे बोट काटो कळेस ।।
13
पाटै बैठ्या धाड़वी,
नितगा खोसै कान ।
नेता भाखै आपनै,
चोखो पावै मान ।।
नमो कळजुगी औतार ।।
14
सेडो चालै नाक मेँ,
मुंडै काढै गाळ ।
नेता मांगै बोटड़ा,
कूकर गळसी दाळ ।।
रामजी ई रुखाळसी ।।
15
लोकराज रै गोरवैं,
खूब पळै है सांड ।
चरणो बांरो धरम है,
बांध्यां राखो पांड ।।
करणी तो भरणी पड़ै।।
16
काळू ल्यायो टिगटड़ी,
बणग्यो काळूराम ।
जनता टेक्या बोटड़ा,
जैपर बण्यो मुकाम ।।
इयां ई तिरै ठीकरी ।।
17
धापी आई परणगै,
नेता जी रै लार ।
नेता राखै चोकसी,
बा टोरै सरकार ।।
पतिबरता है बापड़ी।।
18
नेता पूग्यो सुरग मेँ,
धापी रैगी लार।
ओ'दो मांग्यो लारलां,
धापी देगी धार।।
धणी री तो ही कुरसी।।
19
नेता चाबी झालगै,
कूए मेँ दी न्हाख ।
लोकराज रै बारणै,
अब तूं बैठ्यो झांख ।।
फसा ली कुतड़ी कादै।।
20
लोगां पूछी पारटी,
नेता होग्यो मौन ।
नेता पूछी पारटी,
कर नेता नै फोन ।।
बदळी तो कोनीँ आज।।
21
बेल्यां मांगी पारटी,
नेता मारी डांट।।
पारटी म्हारी खुद गी,
है देवणगी आंट ।।
पारटी बदळै क देवै ।।
22
बोट घालो धपटवां,
नीँ तो करस्यूं झोड़।
नीँ छोडूंला गांव मेँ,
भाज्या फिरस्यो खोड़।।
बोट सूं कटसी पापो ।।
23
नेतावंश विशेष है,
औ’दै रो हकदार ।
नेतण जाम्यौ सेडलौ,
बणसी बो सरदार ॥
ऊंदर जामसी ऊंदर ॥
24
नेता फ़ळ तलवार रो,
बधै बुढापै धार ।
आडौ पटकै राज नै,
खा जावै खार ॥
और के खाडा खोदै ॥
25
नेता भासण ठोकियो,
ढीली करगै राफ़ ।
म्हानै टेको बोटडा़,
पाणी देस्यां साफ़ ॥
जा पछै नै’र बंद है ॥
26
नेता टोरी बातडी़,
दे वादां री पांड ।
अबकै आपां जीतगै,
करस्यां खेत कमांड ॥
छावनी खोली छेकड़ ॥
बीस दूहा पूंछ आळा
[१]
साग बणायो सोहनी,मिरचां दी बुरकाय ।
जीमण बैठ्यौ सायबो, मुंडै लागी लाय ॥
बोलण री टाळ होगी ॥
[२]
काचर छौलै कामणी,माळा पौवै बीन ।
डोरै चाढै ऐक-दो, कोठै ठौकै तीन ॥
जा रे काचर रा बीज ॥
[३]
घरां बणाई लापसी ,मिंदर लागी धौक ।
मीट-मसाला नीं पकै।,दारू पर भी रोक ॥
देव ता सोफ़ी होणां ॥
[४]
कार ल्याया काको सा,काकी मांग्या हिंडा ।
काको जाबक नाटग्या,काकी दिंधी खिंडा ॥
अब ले लै लाडी पींडा ॥
[५]
देख जलेबी हाट पर,घरां ढूक्या बणाण ।
जेवडा़ सा गूंथ लिया, रस घाली रामाण ॥
ल्यो, और लेल्यौ पंगा ॥
[६]
छोरै नै उडीकतां, टाबर होग्या पांच ।
चूण चाटियौ सफ़ाचट,भूखी सोवै चांच ॥
रोयल्यौ जामणियां नैं ॥
[७]
जेबां राखै कांगसी, सिर में कोनीं बाळ ।
गंजो भाख्यां बाप जी,साम्हीं काढै गाळ ॥
ले ओ मोडां सूं पंगा ॥
[८]
रूंख लगाया बापजी,बेटां दिया उपाड़ ।
कीकर फ़ळसी खेतडा़,खावण ढूकी बाड़ ॥
दो लगाओ कान तळै ॥
[९]
रोटी दोरी खावणी, मैं’गाई में आज ।
आंख्यां मींची बापजी,बोटां थरप्यै राज ॥
बोट ई खोलसी आंख ॥
[१०]
बोटां आळै राज में,है नोटां रा खेल ।
बिन नोटां रै भायला,सांचा जावै ज़ेल ॥
बोट में मिलग्यौ खोट ॥
[११]
घणौ कमायो सायबा, घरां पधारो आय ।
रासण खूट्यो आसरै,बिज़ळी झपका खाय ॥
बो देस्सी तन्नै न्योळी ॥
[१२]
चावळ खावै धपटवां, रोटी खावै सात ।
ऐडी़ म्हारै कामणी,क्या कै’णी है बात ॥
हाथै कीन्या कामणां
[१३]
पगां न चालै कामणीं,चढवां मांगै कार ।
टायरडा़ तौबा करै, देख मैम रो भार ॥
तो टरकडो़ बपराओ ॥
[१४]
मामा ल्याया मायरौ,गाभां री भरमार ।
भाणूं गाभा छौडगै, मांगण ढूक्यौ कार ॥
के बाप परणायौ है ॥
[१५]
टाबर मांगै टैम पर, रोटी गाभा चाय ।
धणीं न ल्यावै रोकडो,धीणै टळगी गाय ॥
चाल ो सांभौ कटौरो ॥
[१६]
हेत हबोळा चालतां ,फ़ोन दियो घुंकाय ।
बातां चालै रसभरी ,कुण देवै छुडवाय ॥
बिल ई काट सी पापो ॥
[१७]
मायत सोरी पाळगै,छोरी दी परणाय ।
वज़न पूछ्यौ सायबै,कुण देवै तुलवाय ॥
धरमक ांटो ई देखो ॥
[१८]
गधो भाख्यां आप गधी,भेजो लियो लगाय ।
नैनो जुग रो हो भलो,ऐ.जी. सूं धिक जाय ॥
गळब ंधी तो बाज सी ॥
[१९]
रोटी मांगी सायबां, काची दी झलाय ।
मैडम बैठी साम्हनै,डरतै ली गटकाय ॥
तो किस्सै कूए में पडै़ ॥
[२०]
मायड़ भाषा रै बिनां, म्हारो मुंडौ बंद ।
नीं जाणां म्हे बापजी,कूकर कटसी फ़ंद ॥
घाल गळ में साफ़लियो ॥
दस दूहा पूंछ आळा
[१]
बाबो राखतो बकरी,दूध देंती छटांक ।
चारो चरगै धपटवों,पछै चूसती फ़ांक ॥
पढगी होणी दो आंक ॥
[२]
मैडम करती नौकरी,धणी करतो राड़ ।
धणीं पीसतो पीसणौ,मैडम पीसै जाड़ ॥
धाकौ तो धिक्कै ई हो ॥
[३]
पंडत पाळ्यौ कूकडो़,झांझरकै देंतो बांग ।
लौग रेंवता ताक में,ज़बरौ मंड्यौ सांग ॥
पंडत री पूछ बधगी ॥
[५]
ठेको खुलग्यौ गांव में,सगळा होया चूंच ॥
रोज रोज गी पींवतां, बुक होई आगूंच ॥
सै’र रो भाडो़ बचग्यौ ॥
[६]
डैण पींवतौ धपटवीं, डॊकरी ही नराज़ ।
पीहर जास्यूं भाजगै,छोडौ आजो आज ॥
आ डोकरी मरवा सी ॥
[७]
काकै मांगी काकडी़, काकी घाली दाळ ।
काकै ठोकी लात री,काकी काढी गाळ ॥
काल पाछा राजी ल्यौ ॥
[८]
रंग गौरा आंख बडी,काया ज अपरम्पार ॥
कहो भायली आपके, पातळिया भरतार ॥
म्हा रला बांदर लागै ॥
[९]
जनता मांगी रोटडी,नेता मांग्या बोट ।
जनता तो भूखी सडी़,नेता जीमै नोट ॥
भाग है आप आप रा ॥
[१०]
चोरी करतो पेमलौ,जारी भी भरपूर ॥
नेता बणग्यौ जीतगै,दिल्ली काढै़ टूर ॥
चलो कळेस तो कटग्यौ ॥
शुक्रवार, 5 अक्टूबर 2018
राजस्थानी दोहे
वो पिता होता है
वो पिता👤 होता है
वो पिता👤 ही होता है
जो अपने बच्चो को अच्छे
विद्यालय में पढ़ाने के लिए
दौड भाग करता है...
उधार लाकर donation भरता
है, जरूरत पड़ी तो किसी के भी
हाथ पैर भी पड़ता है
....... वो पिता👤 होता हैं ।।
हर कोलेज में साथ👥साथ
घूमता है, बच्चे के रहने के
लिए होस्टल ढुँढता है...
स्वतः फटे कपडे पहनता है
और बच्चे के लिए नयी जीन्स👖
टी-शर्ट लाता है
.......... वो पिता👤 होता है ।।
खुद खटारा फोन वपरता है पर
बच्चे के लिए स्मार्ट फोन लाता है...
बच्चे की एक आवाज सुनने के
लिए, उसके फोन में पैसा भरता है
....... वो पिता👤 होता है ।
बच्चे के प्रेम विवाह के निर्णय पर
वो नाराज़ होता है और गुस्से
में कहता है सब ठीक से देख
लिया है ना,"आपको कुछ
समजता भी है?"यह सुन कर
बहुत रोता है
.......वो पिता👤 होता हैं ।।
बेटी की विदाई पर दिल की
गहराई से रोता है,
मेरी बेटी का ख्याल रखना हाथ
जोड़ कर कहता है
......... वो पिता👤 होता है ।।
पिता का प्यार दिखता नहीं है
सिर्फ महसूस किया जाता है।
..
गुरुवार, 4 अक्टूबर 2018
राम मन्दिर
।। राम राम सा ।।
मित्रो काफी दिनों से मै कुछ राष्ट्रवादी विचारधारा के लोगों की अलग अलग पोस्ट को ध्यानपूर्वक देख रहा हूं, और इसको पढकर निष्कर्ष करने के बाद जो मै लिखने जा रहा हूं वो शायद बहुतों मित्रो को अच्छा नहीं लगेगा, शायद मुझे "अंध भक्त" के सीवाय और भी बहुत कुछ कहेंगे पर मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता है जो चाहे कह सकते हो
यदि हम हिन्दू एकत्रीकरण के इतिहास को देखें तो यह राम जन्म भूमि आंदोलन के वक़्त हुआ था, हां... यह बीजेपी के लिए राजनैतिक सफलता थी, इस आंदोलन ने हिन्दुओं को नई उम्मीद दी और इसके साथ कई अन्य उम्मीदें जुड़ी, कभी कभी इस विचारधारा को मानने वाले भी सत्य से कोसो दूर दिखाई पड़ते है....
जब अटल बिहारी बाजपेई जी सत्ता में थे तो वह गठबंधन सहयोगियों की दया पर थे, कहने का मतलब है कि पूर्ण बहुमत से सत्ता में नहीं थे, लोग कहते है कि नरेंद्र मोदी जी राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश क्यों नहीं ले आते?? निश्चित ही यहां कुछ समस्याएं है, यदि वर्तमान सरकार ऐसा कर भी देती है उसके बाद याद कदा यदि यूपीए सरकार सत्ता में आ गई तो वह भी इसी तरह अध्यादेश लाकर राम जन्म भूमि को मस्जिद की भूमि घोषित कर देगी तब क्या करेंगे आप?? क्युकी आप तो जानते ही है कांग्रेस मुस्लिमो की पार्टी है, राम मंदिर के खिलाफ कांग्रेस के वकील सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ रहे है, कांग्रेस ने ही राम के काल्पनिक होने का एफीडेविट दिया था, वो कांग्रेस ही थी जो राम सेतु को तोड़ना चाहती थी...
ऐसी बड़ी समस्याओं/मुद्दों के लिए एक योजनाबद्ध रणनीति होनी चाहिए, क्या हम न्यायपालिका से किसी भी प्रकार के समर्थन कि उम्मीद रख सकते है? जब एक ओर शहरी माओवादी/नक्सलवादी और आतंकवादीयों के प्रति सहानुभूति रखने वालों की सुप्रीम कोर्ट में 2 घंटे के भीतर सुनवाई मिल जाती है, देशद्रोहियों को बेल मिल जाती है?? परन्तु राम मंदिर पर फैसला कई वर्ष बीतने के बाद भी नहीं आता, तारीक पर तारीक आगे बढ़ा दी जाती है...
क्या मोदी सरकार के पास न्यायपालिका में व्याप्त कांग्रेसी मानसिकता को समाप्त करने का कोई तरीका है?? नहीं... सुप्रीम कोर्ट में जज कैसे नियुक्त किए जाते है?? यह तो आप जानते ही होंगे..?? खुद के द्वारा... क्या होगा यदि कोलेजियम कांग्रेस का समर्थन करने वाले लोगों को चुने?? कुछ भी नहीं किया जा सकता... वे पहले से ही नियमों में छेड़छाड़ कर चुके हैं, यह सुनिश्चित करने के लिए कि न्यायपालिका तंत्र में कभी कोई राष्ट्रवादी विचारक (राइट विंग) नहीं घुसने पाए...
ऐसी परिस्थितियों में, राष्ट्रवादियों के लिए नरेंद्र मोदी ही एक आशा की किरण है, इन सभी समस्याओं का एकमात्र समाधान है, हिन्दुओं का संगठित रहना और नरेंद्र मोदी जी का अधिक से अधिक समय तक पूर्ण बहुमत से सत्ता में बने रहना... विपक्ष यह बात अच्छी तरह से जानता है कि हिन्दुओं में फूट डालकर ही सत्ता हासिल की जा सकती है, इसीलिए विपक्ष सवर्ण दलित, पेट्रोल प्राइस, फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन इत्यादि मुद्दों को बढ़ावा दे रहा है और हमें आपस में लड़वा रहा है, एकीकृत हिन्हुओ में फुट डाल रहा है, इसके लिए विपक्ष न्यायपालिका, एनजीओ इत्यादि का भरपूर इस्तेमाल कर रहा है...
क्या राइट विंग (राष्ट्रवादी हिन्दुओं) को समेकित बल के रूप में अपनी शक्ति का एहसास हुआ है?? अफसोस अभी तक नहीं हुआ... कुछ को सस्ता पेट्रोल चाहिए, कुछ एससी एसटी एक्ट को बने रहने देना चाहते है तो कुछ इसमें बदलाव चाहते है, कुछ को आरक्षण चाहिए तो कुछ आरक्षण के खिलाफ है। भारत के अस्तित्व के लिए, हिन्दुओं के अस्तित्व के लिए हम आपस में यूं ही लड़ने का जोखिम नहीं उठा सकते है, हिन्दुओं की संगठित रहने में ही भलाई है, और संगठित रहना ही होगा...
इसको इस प्रकार से समझिए, हम सदियों से अंग्रेजो, विदेशी आक्रांताओं और पश्चिमी विचारधारा वाली कांग्रेस की गुलामी से बाहर आने का इंतजार कर रहे थे, अब जा कर हमें इस दासता से छुटकारा मिला है, इसलिए हमे नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सत्ता को बनाए रखना होगा, क्युकी नरेंद्र मोदी जी को सबक सिखाने से आपको कुछ नहीं हासिल होगा, मोदी जी का कुछ नहीं बिगड़ेगा क्युकी उनको सत्ता की लालच नहीं है, परन्तु हां भारत एक मौका अवश्य खो देगा, हिन्दू हिंदुत्व को बचाने का अंतिम मौका अवश्य खो देगा...
एक पारिस्थितिकी तंत्र को बनाने में सदियां लगती है, हकीकत में कांग्रेस ने इस पारिस्थितिकी तंत्र को नहीं बनाया है, कांग्रेस को अंग्रेजो से यह तंत्र विरासत में मिला, अंग्रेजो को यह तंत्र मुगलों से विरासत में मिला, यह ऐसे ही चलता चला आ रहा था, इसी सम्पूर्ण लचर सिस्टम को समाप्त करना है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी यह काम बखूबी कर रहे है, हमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पर भरोसा रखना ही होगा....
बुधवार, 3 अक्टूबर 2018
कुछ शब्द पिता के नाम
कुछ शब्द पिता के नाम
""""""""''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''
.
माँ रोती है, बाप नहीं रो सकता, खुद का पिता मर जाये फ़िर
भी नहीं रो सकता,
क्योंकि छोटे भाईयों को
संभालना है, 😐😐😐😐😐😐😐😐😐😐
.
माँ की मृत्यु हो जाये भी वह
नहीं रोता क्योंकि बहनों को सहारा देना होता है,
.😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢
पत्नी हमेशा के लिये साथ छोड जाये फ़िर भी
नहीं रो सकता,
.
क्योंकि बच्चों को सांत्वना
देनी होती है ।
😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕
देवकी-यशोदा की तारीफ़ करना
चाहिये,
लेकिन बाढ में सिर पर टोकरा उठाये वासुदेव को
नहीं भूलना चाहिये...
.😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑
राम भले ही
कौशल्या का पुत्र हो लेकिन उनके वियोग में तड़प कर जान देने वाले
दशरथ ही थे ।
.😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑
पिता की एडी़ घिसी हुई
चप्पल देखकर उनका प्रेम समझ मे आता है,
उनकी
छेदों वाली बनियान देखकर हमें महसूस होता है कि
हमारे हिस्से के भाग्य के छेद उन्होंने ले लिये हैं...
.😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😡
लड़की को गाऊन ला देंगे,
बेटे को ट्रैक सूट ला देंगे,
लेकिन खुद पुरानी पैंट पहनते रहेंगे ।
.😐😐😐😐😐😐😐😑😑😑😑😑😑😑😑
बेटा कटिंग पर
पचास रुपये खर्च कर डालता है और बेटी
ब्यूटी पार्लर में,
लेकिन दाढी़
की क्रीम खत्म होने पर एकाध बार
नहाने के साबुन से ही दाढी बनाने वाला पिता
बहुतों ने देखा होगा...
.😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕😢😢😢😢😢😢
बाप बीमार नहीं पडता,
बीमार
हो भी जाये तो तुरन्त अस्पताल नहीं जाते,
डॉक्टर ने एकाध महीने का आराम बता दिया तो
उसके माथे की सिलवटें गहरी हो
जाती हैं,
क्योंकि लड़की की
शादी करनी है।
😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕😕
बेटे की शिक्षा
अभी अधूरी है...
आय ना होने के बावजूद बेटे-बेटी को मेडिकल / इंजीनियरिंग
में प्रवेश करवाता है..
.
कैसे भी "ऎड्जस्ट" करके बेटे
को हर महीने पैसे भिजवाता है.. (वही
बेटा पैसा आने पर दोस्तों को पार्टी देता है) ।
.😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑
किसी भी परीक्षा के परिणाम
आने पर माँ हमें प्रिय लगती है, क्योंकि वह
तारीफ़ करती है,
पुचकारती है,
हमारा गुणगान करती है,
.
लेकिन चुपचाप जाकर
मिठाई का पैकेट लाने वाला पिता अक्सर बैकग्राऊँड में चला जाता है...
.😐😐😐😐😐😐😐😐😐😐😐😐😐😑
पहली-पहली बार माँ बनने पर
स्त्री की खूब मिजाजपुर्सी
होती है,
.
खातिरदारी की जाती है (स्वाभाविक भी है..आखिर उसने कष्ट उठाये हैं),
.
लेकिन अस्पताल के बरामदे में बेचैनी
से घूमने वाला,
.😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑
ब्लड ग्रुप की मैचिंग के लिये अस्वस्थ,
.
दवाईयों के लिये भागदौड करने वाले बेचारे बाप को सभी
नजरअंदाज कर देते हैं... ठोकर लगे या हल्का सा जलने पर
"ओ..माँ" शब्द ही बाहर निकलता है,
.😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑
लेकिन बिलकुल
पास से एक ट्रक गुजर जाये तो "बाप..रे" ही मुँह से
निकलता है ।
.😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑😑
दुनियाँ के हर पिताजी को समर्पित
.🌱ऊॅ पित्र देवो नमः 🌱
________________________________________________
श्राद्धकर्म
सुप्रभातम्.
@@
╚═►╚═► ►►►सराध
सराध रो दूसरो नाम श्रद्धा हुवै सराध में सगळा शुभ काम बंद हुवै,घणी टेम स्यूं लोग सराध मनांवता आवै,परलोक गयोड़ा पितरां नै खीर चूरमा जिमावै,कित्तीअजीब है आ दुनिया ऊपर स्यूं प्रेम दिखावै,जीवतां नै रोटी कोनी मरियां पछै छप्पन भोग जिमावै,
बामण जीमै,काग जीमै जीमै टाबर सारा
जींवता नै जिमायो कोनी बण्या रह्या खारा,
पाळ-पोस बडा करिया सगळी दिराई शिक्षा
आप जद हुग्या बूढा मांगणी पड़े भिक्षा
मरिया पछै नाम पूजावै लोग सोचै बेटा पुण्य कमावै
जींवता नै रोटी पाणी रो टोटो सराध में बामण काग जिमावै !
मंगलवार, 2 अक्टूबर 2018
व्यंग्य बाण
राम राम सा
व्यंग्य बाण
अगर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने घोषणा की कि उन्होंने मंगल ग्रह पर पानी खोज निकाला है. अब इस घटना पर हमारे देश की राजनीति में कैसी प्रतिक्रियाएं हुईं, जरा देखिये
–नरेन्द्र मोदी :
मितरों … 60 साल हो गए देश आज़ाद हुए, आज तक पानी मिला क्या ? (जनता – नहीं मिला …) तो अब मंगल ग्रह पर पानी मिलने के बाद मैं आप सबसे पूछना चाहता हूँ कि …
आपको बुध पर पानी चाहिए कि नही चाहिए ?… (जनता – चाहिए …)
आपको शुक्र पर पानी चाहिए कि नहीं चाहिए ?… (जनता – चाहिए…)
आपको शनि पर पानी चाहिए कि नहीं चाहिए ?… (जनता – चाहिए …)
तो आपसे मेरी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि इस राजस्थान चुनाव में मुझे अपना आशीर्वाद दीजिये और भाजपा की सरकार बनवाइए ….
राहुल गांधी :
पानी … पानी क्या होता है ? …. आज मैं आपको बताता हूँ कि पानी क्या होता है ? …. पानी, दरअसल पानी होता है … ये जो मंगल ग्रह का पानी है, वो किसानों और मजदूरों का पानी है …. गरीबों का पानी है, और ये सूटबूट की सरकार …. ये मोदी सरकार … उस पानी को उद्योगपतियों को देना चाहती है…. लेकिन मैं आपको ये बताने आया हूँ कि हम ऐसा होने नहीं देंगे ….
अरविन्द केजरीवाल :
मंगल पर पानी ढूँढने के लिए मैं वैज्ञानिकों को बधाई देता हूँ लेकिन ये केंद्र की सरकार …. पानी का कंट्रोल अपने हाथों में रखना चाहती है, दिल्ली की चुनी हुई सरकार को पानी से दूर रखना चाहती है …
ओवैसी :
कोई ये न समझे कि मंगल के पानी पर सिर्फ किसी एक कौम का हक है …. ध्यान रहे कि उस पानी पर मुसलमानों का भी बराबर का हक है…
लालू यादव :
ई मंगल पे पानी, मंगल पे पानी, मंगल पे पानी का करता है रे ? धुत …! अरे ऊ तो बिहार का पानी है जो हमरे गया से जाता है …. गया में जा के पुरखों को पानी देते हो कि नहीं ? बोलिए ? उहै पानी पहुँचता है मंगल पे … बुडबक!
जी न्यूज़ :
यहाँ आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि मोदी जी इस देश के ऐसे पहले प्रधानमन्त्री बन गए हैं जिनके कार्यकाल में मंगल पर पानी मिला है …. !!!
दीपक चौरसिया :
इस वक़्त मैं मंगल पर हूँ और जैसा कि यहाँ मैं देख पा रहा हूँ ये दरअसल एक स्विमिंग पूल है, जो ललित मोदी का है, जो अपनी पत्नी के इलाज के लिए पेरिस हिल्टन के साथ यहाँ आये हुए हैं.
अशोक गहलोत :
ये सब राजे सरकार की चाल है जो ये पानी पहले हमने निकाला था पर महारानी सब हमारी ही योजना को बदलकर दुसरा नाम दिया है ये हमारी जंगल का नाम मंगल कर दिया है आजकल पानी ज्यादा मिलाने लगी है इलेक्शन आने वाले है जब पानी से बिजली निकलेगी तो पानी काम क्या आयेगा और ये पानी पहले से ही था जब हमारे पूर्वज सब्जिया उगाते थे
फेस्बुकिया मोदी भक्त :
… देख लो, इसे कहते हैं अच्छे दिन …. तुम लोग साले पैट्रोल की मंहगाई का रोना ही रोते रहना, बस ! कभी देश के बारे मे भी सोचो
गाँव धवा से
.....अरे ये पानी तो वही है जो दस सालो से हम आगे जाने नही देते है ये वो ही पानी है एकदम काला काला । लास्ट हमारे गाँव तक ही सीमित है ।इस पर हमारा ही हक है अब हम ही मंगल ग्रह पर रायड़ा बोयेन्गे अगर मंगल ग्रह पर पहले पानी नही था हमारी मेहनत है जो 10 साल से जोजरी का पानी रोककर रखा है ।10 साल के बाद हमे पता चला है की पीछे से इतना पानी आता है और जाता कहाँ है ? नासा हमारा हक छिन रही है ।
आन्जणा समाज की गौत्र
राम राम सा आन्जणा समाज गुजरात राजस्थान व मध्यप्रदेश मे फेला हुआ है आंजणा समाज की गौत्रें
1. अजगल
2. अटार
3. अलवोणा
4. अगीयोरी
5. अंट
6. अनाड़ी
7. अपलोण
8. अभग
9. अटोस
10. आईडी
11. आवड़ा
12. आकोदिया
13. आमट
14. आंटिया
15. सोसीतिया
16. ओहरा
17. ओड़
18. ओठवाणा
19. उदरा
20. उजल
21. उवड़ा
22. ऊबड़ा
23. करवट
24. करड़
25. करण
26. कडुआ
27. कणोर
28. कमालिया
29. कहावा
30. काल
31. कच्छवाह
32. काला
33. काग
34. काटाकतरिया
35. किशोर
36. कुरंद
37. कुणिया
38. कुकान
39. कुंकल
40. कुवा
41. कुहांत
42. कुओल
43. कुपंलिया
44. कुंकणा
45. कैड
46. कोया
47. कोयला
48. कोंदला
49. कोंदली
50. कोरोट
51. कोहरा
52. खरसोण
53. खागड़ा
54. खांट
55. खींची
56. खुरसोद
57. गया
58. गारिया
59. गालिया
60. गघाऊ
61. गागोड़ा
62. गामी
63. गुडल
64. गुर्जर
65. गोगडू
66. गोली
67. गोया
68. गौर
69. गोहित
70. गोटी
71. गोदा
72. गोयल
73. घेंसिया
74. चावड़ा
75. चोल
76. चौथ्या
77. जड़मल
78. जड़मत
79. जगपाल
80. जाट
81. जागी
82. जींबला
83. जुवा
84. जूना
85. जुकोल
86. जुडाल
87. जेगोड़ा
88. जोपलिया
89. गड़
90. टोंटिया
91. ढढार
92. डाबर
93. डेल
94. डकोतिया
95. डांगी
96. डोडिया
97. डोजी
98. ठांह
99. गेवलिया
100. तरक
101. तवाडिया
102. तितरिया
103. वुगड़ा
104. तुरंग
105. तेजुर्वा
106. दीपा
107. घंघात
108. घुणिया
109. घुड़िया
110. घोलिया
111. घोबर
112. गण
113. नावी
114. नायी
115. नाड़ीकाल
116. नूगोल
117. नावर
118. पुण्यात्तर
119. परिहार
120. पवया
121. पानचातारोड़
122. पाविया
123. पावा
124. पाकरिया
125. पिलातर
126. पिलासा
127. पुलिया
128. पौण
129. कहावा
130. फक
131. फुकावट
132. फुंदारा
133. फोकरिया
134. बुग
135. बग
136. बड़वाल
137. बला
138. बरगडया
139. बुगला
140. बुबकिया
141. बूबी
142. बेरा
143. बोका
144. बोया
145. भुजवाड़
146. भगत
147. भेतरेट
148. भदरूप
149. भटार
150. भतोल
151. भाटिया
152. भार्गव
153. भीत
154. भूंसिया
155. भूतड़ा
156. भुदरा
157. भूरिया
158. भूचेर
159. भूंगर
160. भोमिया
161. भैंसा
162. भोड़
163. भोंग
164. मरूवालय
165. मसकरा
166. महीआ
167. मईवाड़ा
168. मनर
169. मालवी
170. मावल
171. मुजल
172. मुड़क
173. मुजी
174. मेहर
175. मोर
176. यादव
177. राठौड़
178. रातड़ा
179. रावण
180. रावता
181. रावक
182. रावाडिया
183. राकवा
184. रामातर
185. रूपावट
186. रोंटिया
187. लखात
188. लाफा
189. लाखड़या
190. लाड़्वर
191. लूदरा
192. लोया
193. लोल
194. लोगरोड़
195. वक
196. वला
197. बहिया
198. वणसोला
199. वलगाड़ा
200. बागमार
201. वीसी
202. वेलाकट
203. शिहोरी
204. सरावग
205. समोवाज्या
206. सासिया
207. साकरिया
208. सांडिया
209. सायर
210. सांसावर
211. सेघल
212. सिलोणा
213. सीह
214. सीतपुरिया
215. सुरात
216. सुशला
217. सुंडल
218. सुजाल
219. सेड़ा
220. सोपीवल
221. सोलंकी
222. सौमानीया
223. संकट
224. हरणी
225. हड़ुआ
226. हडमंता
227. हाडिया
228. हिरोणी
229. हुण
230. होवट
231. होला
232. गाडरिया
233. चोढ़
234. ऊपलाना
235 . वागडा
236. बोका
जय श्री राजेशवर