मंगलवार, 13 अक्टूबर 2020

बचपन मे स्कूल के दिन


।। राम राम सा ।।
काचर बोर मतीरा गौरी निपजे मरूधर देश
मोह माया री फेरी, पिव जा बसिया परदेश!!

थैला भर भर लावता,लूण मिर्च लगाव ने खावता
मोरा री पांखिया चूगता,बैगा उठे ने खेतां नावता!! 

पगडंडी सू स्कूल जाता,मूंग री फळिया घणी खाता
छोटिया ने कांधे बिठाता, जद ग्वार रा खेत आता!! 

मारसाब थैला खंगालता,बोरा रा जद ढक लागता! 
आदो हिस्सो ले जावता,आफिस जा वे भी खावता

खाटि छा री बोतल लाता,वे छोरा डंडा कम खाता
बात आ में भी जाणता,मोटी काकड़ी गुरु रे लाता!

रही कोनी वे आज बातां,शैला गुरू ने है धमकाता
जो भी काचर है खाता,स्टेंडर्ड उसका गिर जाता!

सोमवार, 5 अक्टूबर 2020

सरपंच चुनाव सिनली

।। राम राम सा ।।

आगे-आगे लक्ष्मी चलत है,पीछे अन्नू  बाई।
बीच बिचाळै धमलीबाईं ईणमे फर्क ना कांई।।

हरजी बिना  सूनी ये सीणली ,लक्ष्मी बिना सरपंचाई।
घरनारी बिना सूनी रै रसोई, श्रवण बिना चतुराई।।

सावण बरस भादवो बरसै,पवन चले पुरवाई।
सिणली गाँव सरपंचो मे ,जीत रही लक्ष्मी बाई।।

रविवार, 27 सितंबर 2020

जान्को राखे साईयाँ मार सके ना कोय ।

।। राम राम सा ।।

जाको राखे साइयां, मार सके न कोय’।

मित्रों इसका अर्थ ये की जिसके साथ ईश्वर होता है उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। संपूर्ण सृष्टि ईश्वर निर्मित है। उन्होंने ही संपूर्ण ब्रह्माण्ड का निर्माण किया है । विभिन्न ग्रह, पृथ्वी, समुद्र, पर्वत, नदियाँ, विभिन्न प्राणी, मनुष्य आदि सभी उन्हीं की रचना है। जड़ – चेतन सभी उन्हीं की इच्छा का परिणाम हैं। अत: उनकी इच्छा के बगैर कोई भी हमारा बाल बांका नहीं कर सकता।
भारतीय पुराणों, इतिहासों आदि में इस सूत्र को कथा के साथ समझाया गया हैं कि ईश्वर किसी भी रूप में आकर साकार हो जाते हैं और संकट से बचाते हैं।
भगवान जिसकी रक्षा करते हैं उसका कुछ भी नहीं बिगड़ सकता।
हालांकि ईश्वर की कृपा किस रूप में और किसके माध्यम से हो जाए कोई नहीं जानता लेकिन ज्यादातर चमत्कार होने पर भगवान की कृपा समझते है और उसे धन्यवाद देते हैं।
सारांश यह है कि जब तक ईश्वर की मर्जी ना हो, तब तक यहां का एक पत्ता भी नहीं हिलता है। जिस मनुष्य का जीवित रहना निश्चित है, वह मौत को भी ईश्वर कृपा से मात दे देता हैं। परन्तु ईश कृपा का भागी वही मनुष्य बनता है, जिसनें कुछ अच्छा किया हो, जो अपने गुणों और प्रतिभा से के सहारे से समाज की तन, मन, धन से सेवा करता है और सांसारिक लोगों से अधिक उस सर्वशक्तिमान भगवान पर विश्वास रखता है।
संक्षेप में ईश्वर पर आस्था रखते हुए धर्म के मार्ग पर चलने का प्रयास करने वालों की भगवान हमेशा रक्षा करते है। अत: अच्छे और धर्म कर्म करने के लिए सदैव तत्पर रहे। सर्वव्यापक परमात्मा सदा आपकी रक्षा करेंगे

बुधवार, 16 सितंबर 2020

देशी चेक पोस्ट (सिनली)

 देशी चैक पोस्ट 

ये हमारे गाँव सिनली से धवा गाँव की सरहद और एक सिनली से चाली गांव के रास्ते पर व एक सुरानाडा से शुभदन्ड जाने वाले रास्ते पर लगाया गया है। यहाँ से आने जाने वालो के लिये कोई चार्ज नहीं है । ये दिन मे खुला रहता है ।शाम को आठ बजे से सुबह 6 बजे तक बन्द रहता है । इस चेक पोस्ट को आवारा पशुओं को रोकने के लिए बनाते है । क्योकि आवारा पशु फसल को बर्बाद न करे ।
इनका खोलने व बन्द करने का नियमित समय होता है जिसमे पास के खेत वाले निगरानी रखते हैं वैसे तो इस देशी चेक पोस्ट की के पीछे सभी खेत वालो की जिम्मेदारी होती हैं ।
अगर रात को कोई देर से आए तो खुद गाड़ी से उतर कर चेक पोस्ट को खोले ओर गाड़ी अंदर लेते ही फिर से बन्द करे
ओर उधर चलने से पहले एक बार चेक करें और हॉर्न बजाए ताकि कहि आप ठीक से बंद नही कर पाए हैं तो नजदीकी घर वाले उसे ठीक से चेक कर पाए, अगर किसी गाड़ी वाले ने चेक पोस्ट बन्द नही किया तो सुबह जो भी भाई रात को आया गया था । सुबह उनकी खेर नही ।
इसलिए जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी यात्रा करनी पडती है । और अगर गलती से देर हो गई तो ।यह चेक पोस्ट खोलना और बन्द करना मुसकिल हो जाता है । इस चेक पोस्ट को देसी टेक्नीकल से बन्द करते है जिससे खोलने के लिए हम लोगो के लिए 1 घण्टे की गई.।और ठीक से बंद न हुआ तो सुबह अपनी खेर नही।
इसलिए सबसे ज्यादा डर लगता हैं !
विशेष सूचना-
इधर से कोई भी गुजरे आते और जाते दोनो वक्त खुद ही गेट खोलनी पड़ती हैं और खुद ही बन्द करनी होती हैं !

शुक्रवार, 4 सितंबर 2020

बाड़ खेत ने खाय

 मधुमाखी रो सेत, रीछङा आज भखे ।

बाङ खेत ने खाय, जिको कुण रोक सके ।
रेवङ रा रुखाळ, भेङिया आज बणे ।
ओडी गाडर खाल,  अहिंसा सबद भणे ।
साथी रंगीया स्याळ, कपट रा हेत किया ।
अवसर रे उनमान, खोळिया बदळ दिया ।
ले लिनो बैराग, जके ईमान रखे.... ।
बाङ खेत ने खाय, जिको कुण रोक सके ।।

अफसरिया हैं आज, ढोल ज्यूं अजगरिया ।
कागा मोती खाय, हंस रे काकरिया ।
खून परायो चूस, जिकै मुख रातो हैं ।
ज्यूं खटमल बुग, जवा चिचङा साथी हैं
फळीयो तरवर अमर बेल, ज्यूं छायं ढके ।
बाङ खेत ने खाय, जिको कुण रोक सके ।।

हाथी आंकस हीण, बाग रो नास करे ।
ऊंट नकेल तुङाय, ताकङा तेज भरे ।
सूर उजाङे साख, रोजङा फाल चरे ।
नाहर सूतो नींद, स्याळिया मौज करे ।
बिना तेज रो राज, कियां अब राम रखें... ।
बाङ खेत ने खाय, जिको कुण रोक सके ।।

दफ्तर राज कचेङी, चढता दीन करे ।
पंडो ने परसाद, चढे जद काम चले ।
तोल ताकङी, आज मिळे इंसाफ कठै ।
झट पलङो झूक जाय, नोट रो बाट जठै ।
काळा कोट दलाल, हाथ में न्याव बिकै... ।
बाङ खेत ने खाय, जिको कुण रोक सके ।।

नकटी व्हेगी नीत, न्याव खूद आंधो हैं ।
हर मांचे हर ठौङ फरज क्यूं मांदो हैं ।
नौकर रिश्वत खोर, नेताजी बहरा हैं ।
चिमचां रे घर चैन, आज दिन आंरा हैं ।
ईमानदार रे घरां, नहीं पकवान पकै... ।
बाङ खेत ने खाय, जिको कुण रोक सके ।।

राष्ट्र पुरख री पीर, समझ कुण पावे हैं ।
समग्र कान्ती रो सूत्र, हाथ नहीं आवे हैं ।
नीम हकीम बैठ, नब्ज टंटोळ रिया ।
सर्वोदय रा वैद, नहीं अब बोल रिया ।
गांधी सुरग उदास, काळजो हाय धुके ।
बाङ खेत ने खाय, जिको कुण रोक सके.... ।

शुक्रवार, 14 अगस्त 2020

श्री राजाराम जी महाराज का नारी शक्ति के लिए भजन अमृतवाणी

 हाँ रे सुणजो बेनडिया,
अरे हाँ रे सुणजो बेनडीया,
सतगुरु जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


दोय घडी तडके जागो,
नित कर्म सु निपटों रे,
दोय घडी तडके जागो,
नित कर्म सु निपटों ए,
बहना नित कर्म सु निपटों रे,
चाकी पाछे राज ऊचारे,
चाकी पाछे राज ऊजारे,
राम रिजावो रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


प्रभाता री प्रभाती वा,
मीठी राग मन मोवे रे,
प्रभाता री प्रभाती वा,
मीठी राग मन मोवे,
ए बहना मीठी राग मन मोवे रे,
सुतोडो सावरियो सुनने,
सुतोडो सावरियो सुनने,
राजी होवे रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


 

एक गठ्ठी रो घालो टालो,
नित रो धान ओ न्यारो,
एक गठ्ठी रो घालो टालो,
नित रो धान ओ न्यारो,
ए बहना नित धान ओ न्यारो रे,
पंखेरू चुगावो जिनसु,
पंखेरू चुगावो जिनसु,
पुण्य घनेरो रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


एक बाटीयो कुत्ता तायी,
करे ने न्यारो राखो रे,
एक बाटीयो कुत्ता तायी,
करेने न्यारो राखो ए,
बहना करेने न्यारो राखो रे,
नितरो थे बहना नेम पकडलो,
नित रो थे बहना नेम पकडलो,
जिनसु तिरनो रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


भूखो तिरसो द्वारे आवे,
जिनने आदर देनो रे,
भूखो तिरसो द्वारे आवे,
जिनने आदर देनो ए,
बहना जिनने आदर देनो रे,
दया धर्म मन राख संता री,
दया धर्म मन राख संता री,
सेवा करजो रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


कानों खोडो लूलो लंगडो,
चाहे कोढियो आंधो रे,
कानो खोडो लूलो लंगडो,
चाहे कोढियो आंधो,
ए बहना चाहे कोढियो आंधो रे,
ऐसो ही मिल जावे पति तो,
ऐसो ही मिल द जावे पति तो,
सेवा करनी रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


घर का धणी रो कयो नी माने,
बाल विधवा होवे रे,
घर का धणी रो कयो नी माने,
बाल विधवा होवे,
ए बहना बाल विधवा होवे रे,
भ्रूणहत्या करे घनेरी,
भ्रूणहत्या करे घनेरी,
हे कालो मूंडो रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


अपने पति ने जो दुख देवे,
होवे गडूरी कुतीया रे,
अपने पति ने जो दुख देवे,
होवे गडूरी कुतीया,
ए बहना होवे गडूरी कुतीया रे,
भौ भौ करती फिरे भटकती,
भौ भौ करती फिरे भटकती,
भूखा मरती रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


करे लडाई पति सु वेतो,
होवे गधेडी बांदरीया,
करे लडाई अपने पति सु,
होवे गधेडी बांदरीया,
बहना होवे गधेडी बांदरीया,
गले में पासा गाल बाजीगर,
गले में पासा गाल बाजीगर,
भीख मंगावे रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


स्त्रियाँ रो धर्म श्रेष्ठ है,
पति री सेवा करनी रे,
स्त्रियाँ रो धर्म श्रेष्ठ है,
पति री सेवा करनी ए,
बहना पति री सेवा करनी रे,
पति व्रता ने स्वर्ग मिले वे,
पति व्रता ने स्वर्ग मिले वे,
मुक्ति पावे रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


गंगा गीता ओर गायत्री,
तीर्थ इनसु नीचा रे,
गंगा गीता ओर गायत्री,
तीर्थ इनसु नीचा ए,
बहना तीर्थ इनसु नीचा रे,
पति री सेवा सबसु ऊंची,
पति री सेवा सबसु ऊंची,
वेद बतावे रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


पति व्रता जो हुई स्त्रियाँ,
अमर नाम कहावे रे,
पति व्रता जो हुई स्त्रियाँ,
अमर नाम कहावो ए,
बहना अमर नाम कहावो रे,
ज्यारी पूजा करे जगत सब,
ज्यारी पूजा करे जगत सब,
सतीया बाजे रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


पराया मर्द ने यु देखो थे,
जाण सगोडो भाई रे,
पराया पुरूष ने यु देखो थे,
जाण सगोडो भाई ए,
बहना जाण सगोडो भाई रे,
पर पुरूषों सु प्रीत लगावे,
पराया मर्द सु प्रीत लगावे,
नरका मे जावे रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


ग्यारस अमावस्या ओर पूनम,
नेम धर्म रा दिन कहिजे रे,
ग्यारस अमावस्या ओर पूनम,
नेम धर्म रा दिन कहिजे,
ए बहना नेम धर्म रा दिन कहिजे,
समझदार स्त्रियाँ एतो,
समझदार स्त्रियाँ एतो,
तीनो ही टाले रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


पैसो पास होवे तो बहना,
तीर्थ करवा जाईजो रे,
पैसो पास होवे तो बहना,
तीर्थ करवा जाईजो,
ए बहना तीर्थ करवा जाईजो रे,
तीर्थ किदा सु पाप कटे है,
तीर्थ किदा सु पाप कटे है,
वेद बतावे रे,
सुणजो बेनडीया,
राजाराम जी थाने ज्ञान बतावे रे,
सुणजो बेनडीया।।


राजाराम जी केवे बहना,
झूठ कभी मत बोलो रे,
राजाराम जी केवे बहना,
झूठ कभी मत बोलो,
ए बहना झूठ कभी मत बोलो रे,
धन्य धान थारे पुत्र घनेरा,
धन्य धान थारे पुत्र घनेरा,
धर्म निभावो रे,
सुणजो बेनडीया,

श्री राजाराम जी महाराज की भविश्यवाणी भजन के रुप मे प्रस्तुत

सुणजो रे संसारी लोगा,
ऐडो जमानो आवेला,
राजाराम कहे मेरे भाया,
धर्म कर्म हट जावेला,
राजाराम कहे मेरे भाया,
धर्म कर्म हट जावेला।।


एक सेर रो धान बिकेला,
पानी टोंक तुलावेला,
एक सेर रो धान बिकेला,
पानी टोंक तुलावेला,
भूमि बीज उपदेसी ज्यादा,
इन्द्र न बरसावेला,
भूमि बीज उपदेसी ज्यादा,
इन्द्र न बरसावेला,
मानको बढ़ जासी ज्यादा,
धान हाथ नही आवेला,
मानको बढ़ जासी ज्यादा,
धान हाथ नही आवेला,
एक रोटी रे कारण लडकर,
अपनो प्राण गमावेला,
एक रोटी रे कारण लडकर,
अपनो प्राण गमावेला,
सुणजो रे संसारी भाया,
ऐडो जमानो आवेला।।


धर्म पुण्य मे ध्यान न धरसी,
पाप घणो बढ़ जावेला,
धर्म पुण्य मे ध्यान न धरसी,
पाप घणो बढ़ जावेला,
देवा ने पूजे नही पापी,
गोविन्द ने नहीं गावेला,
देवा ने पूजे नही पापी,
गोविन्द ने नहीं गावेला,
गंगा गया पाप घणो लागे,
पापीडा यु केवेला,
गंगा गया पाप घणो लागे,
पापीडा यु केवेला,
दया किया सु दर्द ऊपजे,
दान किया दुख पावेला,
दया किया सु दर्द ऊपजे,
दान किया दुख पावेला,
सुनजो रे संसारी लोगा,
ऐडो जमानो आवेला।।


 

पंडित ने पूछे नही कोई,
गुरखा वेद सुनावेला,
पंडित ने पूछे नही कोई,
गुरखा वेद सुनावेला,
चेलकीया गादी पर बैठा,
गुरू ने ज्ञान सुनावेला,
चेलकीया गादी पर बैठा,
गुरू ने ज्ञान सुनावेला,
राजा ए राज तज देसी,
जागीरी सब जावेला,
राजा ए राज तज देसी,
जागीरी सब जावेला,
पूंजीपति ए एक पलक मे,
निर्धनीया हो जावेला,
पूंजीपति ए एक पलक मे,
निर्धनीया हो जावेला,
सुनजो रे संसारी लोगा,
ऐडो जमानो आवेला।।


छत्रपति ए खेती करसी,
करसा आसन लेवेला,
छत्रपति ए खेती करसी,
करसा आसन लेवेला,
ठाकर कंवर भोमिया भाई,
बडिया बन कर जावेला,
ठाकर कंवर भोमिया भाई,
बडिया बन कर जावेला,
प्रेम भाव आपस में प्यारे,
एक नही ए रेवेला,
प्रेम भाव आपस में प्यारे,
एक नही ए रेवेला,
आ है थारी आ है म्हारी,
यु करता मर जावेला,
आ है थारी आ है म्हारी,
यु करता मर जावेला,
सुनजो रे संसारी लोगा,
ऐडो जमानो आवेला।।


भाई ने भाई नहीं जाणे,
दुश्मन ज्यु ए देखेला,
भाई ने भाई नही जाणे,
दुश्मन ज्यु ए देखेला,
सासरिया रा कोड घनेरा,
करता ही नही थाकेला,
सासरिया रा कोड घनेरा,
करता ही नहीं थाकेला,
सासरिया ने सीरो लापसी,
पुरडी खीर रंदावेला,
सासरिया ने सीरो लापसी,
पुरडी खीर रंदावेला,
काका भाबा मात पिता ने,
जूता सु जीमावेला,
काका भाबा मात पिता ने,
जूता सु जीमावेला,
सुनजो रे संसारी लोगा,
ऐडो जमानो आवेला।।


बेटो बाप रो कयो नी माने,
अकड़ तनो अकडावेला,
बेटो बाप रो कयो नी माने,
अकड़ तनो अकडावेला,
बूढिया मे अकल नही है,
पागल ज्यु बतलावेला,
बूढिया मे अकल नही है,
पागल ज्यु बतलावेला,
नेम धर्म कर्म तज देसी,
सब दिन टका कमावेला,
नेम धर्म कर्म तज देसी,
सब दिन पैसा कमावेला,
ईश्वर ने ईश्वर नही जाणे,
आप ब्रह्म बन जावेला,
ईश्वर ने ईश्वर नही जाणे,
आप ब्रह्म बन जावेला,
सुनजो रे संसारी लोगा,
ऐडो जमानो आवेला।।


टाबरिया रोटी रे कारण,
सब दिन शोर मचावेला,
टाबरिया रोटी रे कारण,
सब दिन शोर मचावेला,
भूखा मरता फिरे भटकता,
धान हाथ नही आवेला,
भूखा मरता फिरे भटकता,
धान हाथ नही आवेला,
महामारी ओर हेजो बढ़सी,
हाहाकार मचावेला,
महामारी ओर हेजो बढ़सी,
हाहाकार मचावेला,
काली माता चक्र चलावे,
भेरू डमरू बजावेला,
काली माता चक्र चलावे,
भेरू डमरू बजावेला,
सुनजो रे संसारी लोगा,
ऐडो जमानो आवेला।।


समंदा पार विदेशी एतो,
आपस में लड जावेला,
समंदा पार विदेशी एतो,
आपस में लड जावेला,
धुआधार ओर घोर मचेला,
लाखा ही मर जावेला,
धुआधार ओर घोर मचेला,
लाखा ही मर जावेला,
स्त्रियाँ घेणो तज देसी,
दो दो चूडी पेरेला,
स्त्रियाँ घेणो तज देसी,
दो दो चूडी पेरेला,
सुहाग भाग सब छोड़ ए बहना,
केसा ने सुलझावेला,
सुहाग भाग सब छोड़ ए बहना,
केस ने सुलझावेला,
सुनजो रे संसारी लोगा,
ऐडो जमानो आवेला।।


रसोई सासु बन लासी,
नन्दल थाल परोसेला,
रसोई सासु बन लासी,
नन्दल थाल जीमावेला,
ढोलीये बैठोडी बनडी,
आँखीया सु डरावेला,
ढोलीये बैठोडी बनडी,
आँखीया सु डरावेला,
जेठजी बलीतो लासी,
देवर पानी लावेला,
जेठजी बलीतो लासी,
देवर पानी लावेला,
सुसरोजी ए कपडा सुखासी,
बनडो पाँव दबावेला,
सुसरोजी ए कपडा सुखासी,
बनडो पाँव दबावेला,
सुनजो रे संसारी लोगा,
ऐडो जमानो आवेला।।


जात पात री रित न रेसी,
सब एक बन जावेला,
जात पात री रीत न रेसी,
सब एक बन जावेला,
छोटा मोटा साथ जीमेला,
ऊंच नीच नही जाणेला,
छोटा मोटा साथ जीमेला,
ऊंच नीच नही जाणेला,
राजाराम जी कहे मेरे बंधू,
धर्म कर्म हट जावेला,
राजाराम जी कहे मेरे भाया,
धर्म कर्म हट जावेला,
कुदरत एसी आय बनेला,
सब एक हो जावेला,
कुदरत एसी आय बनेला,
सब एक हो जावेला,
सुणजो रे संसारी लोगा,
ऐडो जमानो आवेला।।


सुणजो रे संसारी लोगा,
ऐडो जमानो आवेला,
राजाराम कहे मेरे भाया,
धर्म कर्म हट जावेला,