मित्रों मेंने अपने जीवन मे बहुत सारे बड़े बड़े पारिवारिक अनुष्ठान , सामाजिक समारोह राजनीतिक समारोह, मन्दिरों की प्राण प्रतिष्ठा समारोह देखे हैं और आप सभी ने भी जरूर देखे होंगे जिसमें शुरुआत से लेकर अंत तक सभी आयोजनकर्ताओं बहुत मेहनत करनी पड़ती है तब जाकर एक बड़ा आयोजन सफल होता है उसके लिए सबसे पहले एक सफल प्रबन्धक की आवश्यकता होती है जो सक्षम व सशक्त हो हर प्रकार की समस्या-समाधान और निर्णय लेने की क्षमता भी होनी चाहिए दूसरों को प्रेरित करने और प्रेरित करवाने की क्षमता भी होनी चाहिए कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से व्यवस्थित करने और समय सीमा का पालन करते हुए सभी कार्यों को प्रभावी ढंग से गांव के सभी युवा सदस्यों को उनकी भूमिकाएं देना और अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को अवगत करना , पूरे गाँव के साथ मिलकर काम करने और और सहयोग करने के लिए प्रेरित करवाने वाला चाहिए इन सभी कार्यो को निभाते हुए पिछले सप्ताह हमारे गाँव सिंणली में 12 अप्रैल से 15 अप्रैल तक श्री राजाराम जी महाराज, संत श्री हरिराम जी महाराज एवं श्री सुभद्रा माताजी की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन हुआ है इतने बड़े भव्य आयोजन को कर पाना बहुत ही कठिन कार्य था लेकिन गुरु महाराज की कृपा एवं सिंणली गाँव के सभी बड़े बुजुर्गों युवाओं ने अपना कीमती समय निकालकर योगदान दिया, जिसमें से कुछ युवा साथियो ने तो पिछले तीन महीनों से भव्य आयोजन की तैयारियों से लेकर समापन तक अपना अमूल्य समय का योगदान दिया है उन युवा साथियो को बहुत बहुत धन्यावाद है लेकिन इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में मुख्य रूप से एक सक्षम सशक्त प्रबन्धक एक लीडर की भूमिका निभाई है वह काका तेजाराम जी मालवी हुब्बली जिन्होंने इस भव्य आयोजन को सफ़लतापूर्वक करवाने के लिए तन मन धन से सहयोग दिया और इस भव्य आयोजन की तैयारियों से लेकर सफ़लतापूर्वक पूरा करवाने श्रेय इन्हीं को जाता हैं जिन्होंने भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए अपना अमूल्य कीमती समय निकालकर योगदान दिया है। धन्य है वह माता-पिता जिन्होंने इनको जन्म दिया, एक सफल प्रबन्धक यानी लीडरशिप निभाने वाले सभी प्रकार गुण इनके पास है अपनी बात को यथासम्भव सटीक और सच्चे तरीके से कहना , ये काम कौशल अनुभवी के बिना नहीं हो सकता था किसी न किसी तरह से, चाहे कुछ भी हो जाए और जिस नीति का उपयोग करना चाहिए उस नीति का उपयोग करके औचित्य, नैतिकता नीतिशास्त्र की चिंता किए बिना लक्ष्य को प्राप्त किया और इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई इसलिए पुनः एक बार तेजाराम जी मालवी को बहुत बहुत धन्यावाद।
गुमनाराम मालवी सिंणली