गुरुवार, 1 अगस्त 2019

देशी भजन - अलगी घणी परणाई ओ बिरा रे

देशी भजन
अलगी घणी परनाई ओ बीरा रे,

दोहा – बीरा मारा रामदेव,
रानी मेतल रा भरतार,
एकर लेवन आवजो,
थारी बहन करे पुकार।

अलगी घणी परनाई ओ बीरा रे,
ली नहीं साल संभाल,
जीव अमुजे माने ओलू आवे,
जीव अमुजे माने ओलू आवे,
अठे पड रियो क़ाल पर काल,
ओ बीरा मारा रामदेव रे,
बाई ने एईकर लेवन आव,
अलगो बाई रो सासरो रे,
ओ बीरा रे माता मिलन रो चाव।।

बेटी ने दोनों ज्यू रेवे बीरा,
बूढ़ा मायड़ बाप,
अलगो लीगन लिख्यो जोशी जी,
थाने खायो कोणी कालो नाग,
ओ बीरा मारा रामदेव रे,
बाई ने एईकर लेवन आव,
अलगो बाई रो सासरो रे,
ओ बीरा रे माता मिलन रो चाव।।

सासू जितरे सासरो रे बीरा,
माता जीतरे पिर,
जद भोजाया घर आवसी रै बीरा,
मारो मनडो ना माने धिर,
ओ बीरा मारा रामदेव रे,
बाई ने एईकर लेवन आव,
अलगो बाई रो सासरो रे,
ओ बीरा रे माता मिलन रो चाव।।

एकर तो बीरा माने बता दो,
पियरे रा रुक,
का जाने का कद होवासी रे,
रुणिचा रा रुक,
ओ बीरा मारा रामदेव रे,
बाई ने एईकर लेवन आव,
अलगो बाई रो सासरो रे,
ओ बीरा रे माता मिलन रो चाव।।

ओलू सुगना बहन री रे बीरा,
पद गावे पन्नालाल,
अब मत बिलखे बहनडी,
थाने रतनो लेवन आव,
ओ बीरा मारा रामदेव रे,
बाई ने एईकर लेवन आव,
अलगो बाई रो सासरो रे,
ओ बीरा रे माता मिलन रो चाव।।

अलगी घणी परणाई ओ बीरा रे,
ली नहीं साल संभाल,
जीव अमुजे माने ओलू आवे,
जीव अमुजे माने ओलू आवे,
अठे पड रियो क़ाल पर काल,
ओ बीरा मारा रामदेव रे,
बाई ने एईकर लेवन आव,
अलगो बाई रो सासरो रे,
ओ बीरा रे माता मिलन रो चाव।।

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