शुक्रवार, 15 फ़रवरी 2019

पुलवामा हमले मे शहीद हुए देश के सपूतो को हार्दिक नमन् श्रदाँजलि

जय श्री राम
मित्रो इस जघन्य काण्ड में शहीद हुए देश के सपूतों को हार्दिक नमन;श्रद्धांजलि !
इन शहीदों के परिवारों के समक्ष महान शोक की घडी में पूरा देश शामिल है ।हर भारतवासी की आखें दुःख में नम हैं.।
पर हमारे  देश मे भी  गद्दारो की कमी नही है पाकिस्तान से तो हम निपट सकते हैं पर देश के अंदर छुपे देश के दुश्मनों से निपटना मुश्किल है। जो जे एन यू, ,ए एम यू जैसे विश्वविद्यालय में भारत के खिलाफ नारेबाज़ी सरे आम होती है और उन्हें समर्थन देने के लिए केजरीवाल, राहुल गांधी,  जैसे नेता पहुँच जाते हैं। आज ही राहुल गांधी व मायावती सरकार को हर कार्यवाही पर समर्थन देने की बात कर रहे थे, उधर सुरजेवाला राजनीतिक बयानबाज़ी कर रहे थे। मायावती ए एम यू में नारेबाज़ी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही पर विरोध भी प्रकट कर चुकी हैं। आज तक राहुल सहित किसी भी कोन्ग्रेसी नेता के मुँह से आतंकवाद के खिलाफ एक भी शब्द बोलते हुए नही सुना है  ऐसे में कांग्रेस पर कैसे विश्वास करें कि वह किसी भी कार्यवाही का समर्थन करेगी। हमारे देश मे
सेना को गाली दिया जाता है
अफजल जिन्ना की बरसी मनाई जाती है
सेना पर पत्थर फेकने वाले की पैरवी होती है
विमान खरीदे जाने पर सवाल उठाये जाते हैं
सर्जिकल स्ट्राइक पर 2 साल तक सबूत मांगे जाते हैं ।
कल मैने  टीवी डिबेट देखा और पहले भी बहुत बार देखा है ये  कांग्रेस प्रवक्ता बोल रहे थे कि कहां गई 56 इंच की छाती , नवाज शरीफ के निमंत्रण मे मोदी क्यो गये ? मुझे ऐसा लग रहा था की अगर मोदी निमंत्रण मे न गये होते और 56 इंच की बात न किये होते तो यह हमला न होता। माननीयों में इतनी बेशर्मी दुनिया के किसी देश मे नही होगी। मोदी चाहकर भी कुछ नहीं कर पाये , एक सर्जिकल स्ट्राइक के बाद इतना बखेड़ा खड़ा कर दिया गया कि दूसरे सर्जिकल स्ट्राइक के विषय मे मोदी सोच भी नहीं सके।
कुछ देशद्रोही आज तक सबूत मांग रहे है।  अब बाहरी दुश्मन से निपटना आसान है देश के अंदर बैठे दुश्मनों से निपटना मुश्किल है। जब सेना ने म्यांमार में जाकर आतंकवादियों से बदला लिया तो देश के दुश्मनों ने इसकी तारीफ करने के बदले इसे झूठा करार देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई तो कांग्रेस और केजरीवाल सबूत माँगने लगे। फिर बाद में जब सबूत मिल गए तो अब केजरीवाल समर्थक व अन्य दलों के समर्थक इसे राजनीतिक हितों के लिए की गयी कार्यवाही बताने लगे। असल में यह लोग चाहते ही नहीं है कि हम कोई बदला लें। यह लोग पाकिस्तान का अहित देख ही नहीं सकते। इनको तो अफसोस है कि मोदी के कारण पाकिस्तान आज विश्व में अलग थलग पड़ गया है। आज कंगाल होने के कगार पर है ।
देश  सुरक्षा मे इतनी बड़ी भूल  कैसे हो गई जब हमारे देश में कार से एक बोतल भी राज्य की सरहद से पार नहीं होने देते  है तो एक गाड़ी मे इतना विस्फोटक सामग्री कैसे ले गए ? ये काम गद्दारो के अलावा कोई नही कर सकता है।   
एक बार फिर से देश के सपूतों को हार्दिक नमन;श्रद्धांजलि !
गुमनाराम पटेल सिनली

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें