। राम राम सा ।।
दुनिया में अभी तक कोरोना की कोई दवाई तो नहीं बनी है वेक्सिन के बाद संक्रमण का खतरा थोड़ा कम हो सकता है लेकिन पूर्णरूप से नही होगा । इसलिये अभी भी सब लोग नियमों का पालन करे । आने वाले दिनो मे शादीयो का सीजन है लोग ज्यादा संख्या मे इकट्ठे ना हो तो बेहतर होगा । सरकार ने पचास लोगो तक का परमिसन दे रखा है लेकिन नियमो की पालना करते हुये ज्यादा भीड़ ना कराये । क्योंकि वैक्सिनेशन के बाद भी काफी तादाद में लोग पॉजिटिव हो रहे हैं भारत मे तो वेक्सिन के बाद पोजिटिव ज्यादा नही है लेकीन विदेशों के आंकड़ों पर नजर डालें तो जो देश भारत के मुकाबले अधिक संपन्न एवं विकसित देश हैं वहां पर हमारे मुकाबले तेज़ी से और अधिक मात्रा में हुई वैक्सिनेशन के बाद में आई कोरोना की दूसरी एवं तीसरी लहर ने खासा बवाल मचा रखा है। कई देशो मे लॉक डाउन भी चल रहा है।
अब जो असल समस्या पूरी दुनिया के सामने आ रही है वो है वेक्सिनेशन के बाद भी संक्रमण का घातक रूप अर्थात वैक्सिनेशन के मामले में भारत से आगे कई देश ऐसे हैं जहां वैक्सिनेशन बहुत तेज़ी के साथ की गई है लेकिन इसके बाद कोरोना की तीसरी लहर ने वहां तबाही मचाई है।
कोरोना है या नहीं, वैक्सीन का अभी तक कितना योगदान इससे लडने में है, भीड़ से फैलता है या इतना छोटा होने के चलते हवा से ही फैलकर तबाही मचाता है यह सब कुछ एक तरह से स्पष्ट नही है ऐसे में यह तो सच कि केवल जनता ही नही बल्कि सरकारों के भी हाथ पांव फूले हुये हैं। लेकिन कुछ तो है जो पिछ्ले दौ महिनो मे लोग हॉस्पिटल भी नहीं जा रहे उनमें भी अचानक मरने वालों की तादाद बहुत ज़्यादा बढ़ी है
पिछले साल बुजुर्गों कि मौत काफी संख्या में हुई थी लेकिन पिछ्ले दौ महिनो मे साधारण मौतों में बुजुर्गों के साथ युवाओं की मौते ज्यादा हुई है इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि कुछ तो है जो लोगों की ज़िंदगी छीनता जा रहा है और फिर यह सवाल खड़ा होता है कि अगर कोरोना नहीं है तो फिर क्या है?
सरकार द्वारा पिछले साल कई लोगो को सामान्य फ्लू होने पर भी कोरोना पोजिटिव बताकर गलत आंकड़े देना भी संदेहास्पद था लेकिन अब जो कोरोना लहर है वो बहुत ही खतरनाक है । पिछ्ले साल समय पर लोकडाउन लगने व सावधानी बरतने से लोग संक्रमित कम हुये थे लेकिन धीरे-धीरे लोगो की लापरवाही के कारण आज ये संक्रमण हमारे देश मे तेजी के साथ फेल रहा है सभी मित्रो से निवेदन है कि जितना हो सके भिड़-भाड़ से बचे व अन्य लोगो को भी जागरूक करे ।
गुमनाराम चौधरी सिनली
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