गुरुवार, 29 जनवरी 2015

*सीनली गाँव रै साथ में,जनम मरण रो सीर । बिन सरपंचा रै भायला,कुत्तिया खावै खीर *निज गाँव नै छोड कर,पर गाँव अपणाय । ऐडै पूतां नै देख , सीनली गाँव लजाय ॥@पंचायत तो मोकळी,सरपंचा बैठिया मून । बिन सरपंचा रै भायला, सीनली गाँव है सून सरपंच बणायो बाप जी, भूल गए सीनली गाँव । बिन सरपंचा रै गाँव तो,बिन देवळ रो थान


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