मंगलवार, 5 जुलाई 2016

राम राम सा।

....जै श्री रजिश्विर भगवान की जय भगवान श्री राजेश्वर भगवान की भविष्यवाणीयाँ जो आज से 80 वर्ष पूर्व की गई,जो आज सत्य सिद्ध हो रही । सुणजो रे संसारी लोगों ऐसा जमाना आवेला । धर्म पुण्य में ध्यान न धरसी , पाप घणो बध जावेला । देवों ने पूजे नहीं पापी , गोविंद ने नहीं गावेला । गंगा गयो पाप घण लागे , पापियों फरमावेला । दया कियां तन दरद उपजे , दान किया दुख पावेला । पंडितों ने पूछे न कोई , गुरडा वेद सुणावेला । चेलकिया गादी चढ बैठे,गुरुजी ने ज्ञान सुणावेला । ........................................ भाई ने भाई नहीं जाणे , दुसमण जीऊं देखेला । बेटा बाप रो केयो नी माने , घुड्क तणा अखडावेला । बुढलिया में अकल नहीं अब , पागल के बतलावेला । नेम धर्म अरू कर्म तज देसी सब दिन टका कमावेला । ईश्वर ने ईश्वर नहीं जाणे , आप ब्रह्मा बण जावेला । ..................................... काली मात चलावे चक्कर ,भेरू धमक बजावेला । ..................................... स्त्रियां गेणो तज देसी , दो दो चूडी राखेला । स्वाग भाग सब छोडने बेना , केसां ने सुलजावेला । ....................................... जात पात री रीत न रेसी , एक जात बण जावेला । भांभी भील सरगरा संग में ,भंगी भोजन पकावेला । राजाराम कहे मेरे बंध्वा कर्म धर्म हट जावेला । कुदरत ऐसी आय बणेला , सभी एक होय जावेला । जय राजेश्वर !

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