शुक्रवार, 6 फ़रवरी 2015

ये भी तो पत्थर के बने हैं

एक बच्चा अपनी माँ के साथ मंदिर गया । मन्दिर के मुख्य-द्वार पर पत्थर के बने दो शेर को देख बच्चा रोने लगा और कहा कि वह काट लेगा । मां ने समझाया कि ये पत्थर के बने हैं, यह काट नहीं सकता । आगे बढ़ने पर वह पत्थर के बने दो मुस्टंडे द्वारपाल हाथ में भला लिए खड़ा था को देखा । बच्चा फिर रोने लगा और कहा कि यह मुझे मार देगा । माँ ने फिर समझाया कि ये पत्थर के बने है यह तम्हें नहीं मार सकता । अब बच्चा मन्दिर के अंदर पहुंच गया । माँ ने फूल आरती मूर्ति पर चढ़ाने लगा । बच्चा - मां ये क्या कर रही हो ? " देख नहीं रहे हो पूजा कर भगवान से कुछ मांग रही हूं "- माँ ने कहा । बच्चे ने बड़ी मासूमियत से कहा की ये भी तो पत्थर के बने हैं यह कैसे कुछ दे सकता है ।

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