गुरुवार, 11 अक्टूबर 2018

एक बुद्धिमान वृद्ध

     ।।राम राम सा ।।

एक वृद्ध ट्रेन में सफर कर रहा था। राम नाम की माला घुमाते हुए। संयोग से वह कोच खाली था।
8-10 लड़के उस कोच में आये और बैठ कर मस्ती करने लगे । एक ने कहा चलो जँजीर खींचते है। दूसरे ने कहा यहाँ लिखा है कि 500रु. जुर्माना और 6 माह की कैद । तीसरे ने कहा तीन लोग है चँदा करके 500रु.जमा कर देंगे। चन्दा किया गया तो 500रु. की जगह पर 1200रु. जमा हो गए। जिनको पहले लड़के के जेब में रख दीये गये। तीसरे ने कहा जँजीर खींचते है,अगर कोई पूछेगा तो कह देंगे कि बूढ़े ने जँजीर खींची है। पैसे भी नहीं देने पड़ेंगे फिर तो।
बूढ़े ने हाथ जोड़ कर कहा, बच्चों मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है ? मुझे क्यों फंसा रहे हो ? लेकिन किसी को भी दया नहीं आई। जँजीर खींची गई तो सिपाही के साथ टी.टी.ई. आया तो तीनों लड़कों ने एक स्वर में कहा बूढे़ ने जँजीर खींची है।। टी.टी.ई. ने बूढ़े से कहा शर्म नहीं आती इस उम्र में ऐसी हरकत करते हुए,बूढ़े ने हाथ जोड़ कर कहा, साहब हाँ मैंने जँजीर खींची है। लेकिन मेरी बहुत मजबूरी थी। तो पुछा कि क्या मजबूरी थी? बूढ़े ने कहा मेरे पास केवल 1200रु. थे जिसे इन लड़कों ने छीन लिए और इस लड़के की जेब में रखे है।अब टीटीई ने सिपाही से कहा इसकी तलाशी लो।तलाशी ली गई तो लड़के की जेब से 1200रु. बरामद हुए जो वृद्ध को वापस कर दिये गये और उन लड़कों को अगले स्टेशन पर पुलिस के हवाले कर दिया गया ।पुलिस द्वारा ले जाते समय लड़कों ने वृद्ध की और देखा तो,वृद्ध ने सफेद दाढ़ी पर हाथ फेरते हुए कहा "ऐ धोळा ईयों ही कोनी आया"

*अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस की हार्दिक बधाई!!*😃🙏

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