सुप्रभातम्.
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╚═►╚═► ►►►सराध
सराध रो दूसरो नाम श्रद्धा हुवै सराध में सगळा शुभ काम बंद हुवै,घणी टेम स्यूं लोग सराध मनांवता आवै,परलोक गयोड़ा पितरां नै खीर चूरमा जिमावै,कित्तीअजीब है आ दुनिया ऊपर स्यूं प्रेम दिखावै,जीवतां नै रोटी कोनी मरियां पछै छप्पन भोग जिमावै,
बामण जीमै,काग जीमै जीमै टाबर सारा
जींवता नै जिमायो कोनी बण्या रह्या खारा,
पाळ-पोस बडा करिया सगळी दिराई शिक्षा
आप जद हुग्या बूढा मांगणी पड़े भिक्षा
मरिया पछै नाम पूजावै लोग सोचै बेटा पुण्य कमावै
जींवता नै रोटी पाणी रो टोटो सराध में बामण काग जिमावै !
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