राम राम सा
ठजाना ठाली है
1998 में अशोक गहलोत पहली बार cm बने।
आते ही राजीव गांधी पाठशालाएं खोलीं और पैराटीचर्स नियुक्त किए।
उद्देश्य- अपने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बैकडोर एंट्री।
बाद वाले 5 वर्ष #ठजाना_ठाली_है।
इस अवधि में इंजीनियरिंग, पोलटेक्निक कॉलेज चुन चुन कर अपनों को दिये और शिक्षा माफिया को पनपाया।
उर्दू शिक्षक, मदरसा और हरेक पंचायत में उर्दू विषय उस युग की बड़ी उपलब्धि रही।
दुबारा वे 2008 में cm बने।
Cm बने दिसम्बर में, बनते ही जोधपुर के अपने भाइयों को कहा कि नर्सरियों में पौधे लगाओ, #बहार आने वाली है।
कहने की जरूरत नहीं कि ये नर्सरियां किसकी थी?
उन दिनों सरकारी नर्सरियों में पौधे फ्री मिलते थे। भाई लोग सभी सरकारी नर्सरियों से पौधे ले कर अपनी नर्सरी में जमा करने लगे।
जुलाई आते ही "हरियालो राजस्थान" अभियान चलाया।
सभी संस्थाओं को लाखों पौधे लगाने का टारगेट दिया।
पौधे कम पड़ गए तो आदेश दिया कि प्रायवेट नर्सरियों से खरीद लो।
एक एक, नीम का पौधा 50 रुपये तक में बिका। करोड़ों पौधे लगे।
उद्देश्य वही -"अपने लोगों का पोषण।"
इसी अवधि में सभी नगरों की सरकारी भूमि पर कियोस्क बना कर अपनों में बांटे गए।
खनन की लीज अपनों को दी गई।
बीएड, नर्सिंग, bstc, TT कॉलेज आदि की जबरदस्त बन्दर बांट कर, सभी कांग्रेसियों को आर्थिक रूप से मजबूत किया गया।
पर्यटन व्यवसाय के बहाने, बड़ी मात्रा में होटल-मोटल खोले गए और बाद में बैंक लोन माफ कर दिये गए।
अल्पसंख्यक मंत्रालय और उनके लिए प्रशासन में अलग से विभाग, इस युग की बड़ी उपलब्धि रही।
मगर जनता को कहा गया "ठजाना ठाली है, टमाटर खाओ!"
अब आते हैं, 2018 में।
10वें दिन किसानों का कर्ज माफ।
गलत नहीं है। कर्जमाफी हो चुकी है। आनन फानन में, अपनों की लिस्टें बनाकर, बैंकों की सहायता से बैकडेट में लोन जारी कर, माफी दी जा चुकी है। हजारों करोड़ रुपए, जहाँ पहुंचने थे, पहुंच चुके हैं। आगामी लोकसभा चुनाव 2019, तीन राज्यों के इसी "माल" से लड़ा जाने वाला है।
फिलहाल 3 बार "ठजाना ठाली" और दो बार टमाटर खाओ का संदेश दिया जा चुका है।
अभी 5 साल बाकी है।
बुधवार, 16 जनवरी 2019
ठजाना ठाली है
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