!! शुभ् प्रभात !! ___! नमस्कार मित्रो ! ❇ जय श्री कृष्णा
"याद घणी आवे बिती री बाताँ,
गाँव रा गौना चरावता,🐐🐐🐏🐏
दडीयाँ रमता,
स्कूलोँ मेँ दाल बाटी खावता गेहूँ लावता,
छोरियाँ ने बकरियाँ केन चीड़ावता,🙎🐐🐐
टेक्टर री टोली लारे लुमता,🚜
खैड़ी रा खौखा खावता,🌿
माठ माते गुड़ता,
मौरीया री पॉका चुगता,
ढेंकडी़या लारे दौड़ता,
खैड़ा माते हिंडो गालता,
धुड़ा रो घर भणाय रमता,
रौज भयसा कनू एक रूपयो लेईन सकुल जावता,
बौड़ीया रा बौर खावता ,
फाटोड़ी चडीया फेरन सकूल जावता,
सकुल मे भाणीया रा छोला ने गौरता,
छाने छाने बिड़ीया रा कुगॉं पिवता,
गणाय कुपाव चुगूने जावता,
लुगाईयां रे डेडू री ठोकता,
फागण मे चंग भजावता,
दीवाली ने टीकड़ीया बूलावता,"
(यह हमारे बचपन की मारवाड़ी यादें हैं हम ईनको कभी भूल नही सकते )
बुधवार, 2 जनवरी 2019
बचपन की यादे
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