बुधवार, 2 मार्च 2016

हंसी का खजाना

मेरा रूम पार्टनर था | वह रात को रजाई ओढ़ कर लड्डू खाया करता | सुबह जब वह स्नानं करने जाता , हम अलमारी खोल कर उसके लड्डू खा लिया करते | वो जब देखता कि लड्डू गिनती में कम हो रहे है, तो हमसे पूछता | हम कह देते रात में रजाई में तुमने कितने लड्डू खाए कोई गिनती है क्या ? और वो निरुतर हो जाता |

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