गुरुवार, 3 मार्च 2016

mere dadaji ki kahi पाँच baate

मैं इस अंतिम समय पर तुम्हें कुछ उपदेश कर रहा हूँ जिन्हें तुम हमेशा याद रखना। पहली बात तो यह कि किसी से बहुत घनिष्ठ मित्रता न करना न अपने भेद किसी से कहना। दूसरी यह कि किसी व्यक्ति पर अत्याचार न करना क्योंकि अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि यह दुनिया लेन-देन की जगह है, जैसी भलाई-बुराई तुम करोगे वैसा ही तुम्हें बदला मिलेगा। तीसरी बात यह है कि कभी ऐसी बात मुँह से न निकालना जिससे तुम्हें बाद में लज्जित होना पड़े, और यह भी याद रखो कि बहुत बोलनेवाला आदमी हमेशा लज्जित होता है और जो कम बोलता है और सोच-समझ कर बोलता है उसे लज्जा नहीं उठानी पड़ती क्योंकि गंभीरता से आदमी का मान बढ़ता है और उसके प्राणों को भी खतरा नहीं होता और बकवासी आदमी ऊटपटाँग बातें करके मुसीबत उठाता है। चौथी बात यह है कि मद्यपान कभी न करना क्योंकि मदिरा बुद्धि को भ्रष्ट कर देती है। पाँचवीं बात यह है कि हाथ रोक कर खर्च करना और मितव्ययिता को हमेशा अपना सिद्धांत बनाए रखना। मतलब यह नहीं कि इतना कम खर्च करो कि लोग तुम्हें कंजूस कहने लगें लेकिन इतना खर्च न करना कि निर्धन हो जाओ। जो धनवान होता है उसे हजार दोस्त घेरे रहते हैं मगर जब पैसा नहीं रहता तो कोई बात भी नहीं पूछता।'

2 टिप्‍पणियां:

  1. मेरा रूम पार्टनर था | वह रात को रजाई ओढ़ कर लड्डू खाया करता | सुबह जब वह स्नानं करने जाता , हम अलमारी खोल कर उसके लड्डू खा लिया करते | वो जब देखता कि लड्डू गिनती में कम हो रहे है, तो हमसे पूछता | हम कह देते रात में रजाई में तुमने कितने लड्डू खाए कोई गिनती है क्या ? और वो निरुतर हो जाता |

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  2. हिंदी की महिमा :
    एक अप्रवासी भारतीय"लाला"
    ने राजस्थानी देशीकन्या से
    विवाह का मन बनाया।
    पकड़ा पहला जहाज
    और हिन्दुस्तान 🇮🇳
    चला आया।
    कम हिंदी ज्ञान 📘 के कारण
    उसने 📚 ट्यूशन लगवाया,
    फिरमास्टर को
    अपना नवाबीपन दिखाया...
    💶आप ₹ पैसों की चिंता
    बिल्कुल ना करना,
    ⏰⌚जितनी जल्दी हो सके
    बस 📚📘 हिंदी सीखा देना।
    मास्टर भी निकला
    पक्का 👺 सरकारी।
    साईड बिजनेस में करता था
    ठेकेदारी।
    उसने भी एक जबरदस्त
    🚷🚸शार्टकट निकाला,
    1⃣ ही दिन में पूरा कोर्स
    निपटा डाला।
    बोला शिष्य जी
    एक काम कीजिए,
    मन में अच्छी तरह एक
    ➰गाँठ बाँध लीजिए।
    किसी भी शब्द से पहले
    यदि "कु" लगा हो तो
    🌼अर्थ खराब होता है
    उसी शब्द में यदि
    "सु" लग जाय तो
    अर्थ बदल कर अच्छा
    हो जाता है
    लाला बोला एक कष्ट कीजिए ,
    उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
    मास्टर बोला अभी लीजिये...
    जैसे कुप्रबंध - सुप्रबंध
    कुयोग्य - सुयोग्य
    कुशासन - सुशासन
    कुमति - सुमति
    ...इत्यादि इत्यादि........
    👳 लाला बोला थैंक्यू श्रीमान,
    हो गया है हमे 📖📕📚हिन्दी
    का सम्पूर्ण ज्ञान ।
    लाला ने झटपट 💑 विवाह रचाया
    और पहली बार ससुराल आया।
    👵 सासु माँ ने
    धूमधाम से की अगुवाई,
    जैसे 🌳🌲🌵वनवास से
    लौटे हों रघुराई।
    🌸🍃🌺🌿माहौल था
    पूरे घर में 🎆🎇🎆 दिवाली सा,
    सासु माँ 👵
    बोली पधारो म्हारो देश
    👳👳"कुंवर सा" 👳👳
    👳 लाला इससे थोड़ा परेशान हो गया।
    ससुर जी 👴आये, बोले विराजो
    "कुवंर सा" 👳
    साले ने भी नमस्ते
    "कुवंर सा" 👳
    कह ढोक लगाई।
    गुस्से से लाला कुछ 😡😡
    लाल लाल हो गया।
    अब तो लाला 👳 के
    बर्दाश्त बहार हुई थी बात,
    लाला 👳 लगा कहने-
    हमें भी हिन्दी आती है और
    आपकी बातें हमे बड़ा
    कष्ट पहुँचाती हैं।
    👊👊 खबरदार आप हमें
    फिर कभी 👳
    "कुंवर सा" ना कहें,
    कहना ही अगर जरूरी है
    तो आगे से हमें
    "सुअर सा" 🐗 🐷 ही कहें।
    😄😄😄😝😍😄

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