गुरुवार, 31 अक्टूबर 2019

ठगी बाबा व नेता

आज हमारे  देश में  करोड़ों लोग बेरोजगार हो रहे हैं, अन्न की प्रचुरता के बावजूद राजनीतिक और प्रशासनिक कुव्यवस्था से एक चौथाई आबादी रात में भूखी सो जा रही है, दवा और पर्याप्त चिकित्सा के अभाव की वजह से हजारों बच्चे मर जा रहे हैं, वहीं असामाजिक और बेईमाना बाबा और आध्यात्मिक संत जैसे समाज के परजीवी कुछ ही सालों में अरबों-खरबों के स्वामी कैसे बन जा रहे हैं? दरअसल, इस देश के समाज में व्याप्त अधिकतर जनता में फैली अशिक्षा, धर्मांधता और कूपमंडूकता आदि की वजह से लोग धूर्त बाबाओं और कपटी संतों की छल भरी बातों में फंस जाते हैं। ऐसा लगता है कि सरकार की भी यही मंशा है कि जहां तक संभव हो, इस देश के लोगों को अशिक्षित, अंधधर्मवादी और अंधभक्त बनाए रखा जाए। यही इन कथित संतों और राजनीति के आधुनिक कर्णधारों की सफलता का राज भी है।

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