गुरुवार, 31 अक्टूबर 2019

मै थाने कैवू सायबा कोई सियाले भल आय

राम राम सा

मैं थानै कैवूं सायबा, कोई सियाळै भल आय
सियाळो फिर आवसी,जोबन फेर ना आय
थारै आयां सायबा, आ सरदी जासी भाग
रातां होसी रंगीन, कोई मनड़ौ करसी राग
घर आया थांरे सायबा,आंगण ढूकसी चाव
घिरती फ़िरती नाचसु ,मन में उठसी उमाव

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