।। राम राम सा ।।
मित्रो आजकल का युग वैज्ञानिक युग है लेकिन पृकृति के कहर से हम बच नही सकते हैं। मेरे देखते हुये हमारे यहाँ एक बार तिड्डीयो का जुन्ड 1993 मे आया था हमने थालिया बजा बजा कर कुछ हद तक उडाया था और वो थाली भी बजा बजा कर तोड़ दी थी जो नमुने के रुप मे आज भी मेरे घर पड़ी है। मेरे दादाजी कहा करते थे कि टीड्ड के आने से तो अकाल जैसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति हो जाती है । ये तो अकाल से भी बुरा है वो कहते थे कि तिड्डीयौ का एक छोटा झुंड एक दिन में लगभग 35,000 लोगों जितना खाना खा जाता है। मैने अपने जीवन मे 1993 के बाद इस बार 2020 दुबारा तिड्डी देखी है । राजस्थान मे तो कई बार आते रहता है लेकिन प्रसासन लगभग बॉर्डर पर ही खत्म कर देता है । ईस बार शायद कामयाबी ना मिली होगी । कल रात धवा गाँव के राजेश्वर नगर मे पड़ाव था और उस तरफ भासरना गांव मे भी पड़ाव था । आज शाम पांच बजे
सिनली गांव के उपर से भी कुछ तिड्डीया उडती हुई दिखाई दी ।
आज टिड्डी दल के हमले से धवा गाँव के किसान परेशान दिखे । टिड्डी के आतंक ने किसानों की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया है. अचानक टिड्डियों के हमले से धवा गाँव के किसानों में हड़कंप मच गया है.इसके कारण किसान बेबस और मायूस हो गए हैं। टिड्डियों से बचाव के लिए किसान परिवार सहित जुगाड़ करते हुये दिखे । कुछ किसान टायर व चारे से धुआंं कर एवं थाली, ढोल बजाकर टिड्डियांं भगा रहे थे। इधर, टिड्डी दल के हमलेे की सूचना पर अधिकारी पहुंंचे मौके पर और जायजा लिया । वहीं, बचावकर्मियाेें ने फसलों पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया था। लेकिन उनसे कुछ असर नही हुआ
किसान टिड्डियों को भगाने के लिए तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं. आज धवा मे किसान कहीं ढौल बजा कर कहीं ताली बजाकर टिड्डियों को उड़ाने की कोशिश कर रहे थे तो कहीं पठाके जलाकर लेकर टिड्डियों उडाते दिखे ।
वहीं टिड्डियों को भगाने के लिए एक किसान ने अनूठा तरीका अपनाया. उसने खेत में पंखा लगाकर साथ में थाली बांध दी जिससे थाली बजती हुई दिखाई दी लेकिन तिड्डयौ ने फसल को तबाह कर दिया।
टिड्डी दल के धवा में पेड़ो व खड़ी फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया। प्रशासन के लोगो ने, किसानों के साथ मिलकर दो भागों में विभाजित हुए टिड्डी दल पर काबू पाने का प्रयास किया। लेकिन कामयाबी ना के बराबर दिखती नजर आई । सोमवार रात को पेड़ों की टहनियों, कंटीली झाडिय़ों में बैठी टिड्डियों को कीटनाशक स्प्रे से छिड़काव करके काफी हद तक मारने की कोशिश की गई थी कामयाबी ना के बराबर थी । आज सुबह पुर्व विधायक जोगाराम जी पटेल ने भी व धवा व भासरणा गाँव जाकर टीड्ड प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया व किसानो को उसित मुआवजा दिलाने की मांग की । भासरणा गांव मे उन्होंने खुद थाली बजाकर तिड्डीया उड़ाइ।
आस-पास के लोग तिड्डीया देखने के लिये भी बहुत आये। आज कुछ लोग तीड्डियौ के साथ सेल्फी लेते हुये खुश भी दिखे कोई फेसबुक लाइव भी दिखे थे और कह रहे थे कि ये तो पहली बार देखी है । लेकिन वो किसानो का दर्द नही समझ सकते है ।
मंगलवार, 7 जनवरी 2020
धवा गांव मे तीड्डियौ का दल आया 6 जनवरी 2020 रात्री
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