मंगलवार, 24 मार्च 2015

आदमी आदमी रह्यो न देखो-

झपकी लेत गरीब तो, माया छीने चैन । भूखा सोता ठाट से , धाया जागे रैन ।1। नेता सोता चैन से, ले वोटों की ओट । जनता खोले आंख तो , दे वोटों की चोट ।2। नेता जीता वोट से,खूब छापता नोट । नेता खोले आंख तब ,जब जब घटते वोट ।3। जनता पागल बावळी , भूली अपना जोर । खादी चोला पहन कर,नेता बन गए चोर ।4। भारत जाये भाड़ में , नेता भोगे राज । नेता सोता चैन से,जनता ऊपर गाज ।5

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