रविवार, 8 मार्च 2015

ढूंढते रह जाओगे

लुगाईयाँ का घाघरा खिचड़ी का बाजरा सिरसम का साग सर पै पाग आँगण मै ऊखल कूण मै मूसल ढूंढते रह जाओगे घरां मै लस्सी लत्ते टाँगण की रस्सी आग चूल्हे की संटी दुल्हे की कोरडा होली का नाल मौली का पहलवानां का लंगोट हनुमानजी का रोट ढूंढते रह जाओगे घूंघट आली लुगाई गाँम मै दाई लालटेण का चानणा बनछटीयाँ का बालणा बधाई की भेल्ली गाम मै हेल्ली घरां मै बुड्ढे बैठकाँ मै मुड्ढे ढूंढते रह जाओगे बास्सी रोटी अर अचार गली मै घूमते लुहार खांड का कसार टींट का अचार काँसी की थाली डांगरां के पाली बीजणा नौ डांडी का दूध दही घी हांडी का रसोई मै दरात बालकां की दवात ढूंढते रह जाओगे / बटेऊआँ की शान बहुआं की आन पील गर्मियां मैं गूँद सर्दियाँ मैं ताऊ का हुक्का ब्याह का रुक्का बोरला नानी का गंडासा सान्नी का कातक का नहाण मूंज के बाण ढूंढते रह जाओगे / चूल आली जोड़ी [ किवाड़ ] गिनती मै कौड़ी कोथली साम्मण की रौनक दाम्मण की पाटड़े पै नहाणा पत्तल पै खाणा छात्याँ मै खडंजे अर कड़ी गुग्गा पीर की छड़ी ढूँढते रह जाओगे / लूणी घी की डली गवार की फली पाणी भरे देग बाहण-बेटियां के नेग ढूंढते रह जाओगे मोटे सूत की धोत्ती घी बूरा अर रोटी पीले चावलाँ का न्यौता सात पोतियाँ पै पोत्ता धौण धड़ी के बाट मूँज - जेवड़ी की खाट घी का माट भुन्दे होए टाट गुल्ली - डंडे का खेल गुड की सेळ ब्याह के बनवारे सुहागी मैं छुहारे ताँगे की सवारी दूध की हारी पेचदार पगड़ी घोट्टे आली चुन्दडी सर पै भरोट्टी कमर पै चोट्टी ढूढ़ते रह जाओगे / कासण मांजन का जूणा साधूआँ का बलदा धुणा गुग्गे का गुलगला बालक चुलबला बोरले आली ताई सूत की कताई मुल्तानी अर गेरू बलध अर रेहडू कमोई अर करवे चा - पाणी के बरवे ब्याह मै खोड़िया बालकां का पोड़िया ढूंढते रह जाओगे / हटड़ी अर आला बुडकलाँ की माला दूध पै मलाई लोगाँ कै समाई खेताँ मै कोल्हू नामाँ मै गोल्हू ढूंढते रह जाओगे गुड़ की सुहाली खेताँ मै हाली हारे की सिलगती आग ब्याह मै पेठे का साग हाथ का बँटा बाण सरगुन्दी आली नाण हाथ मै झोला खीर का कचोला ड्योढ़ी की सोड बंदडे का मोड़ [सेहरा ] खेत में बैठ के खाना, डोल्ला का सिरहाना, लावणी करती लुगाईया, पानी प्याती पनहारिया, डेला नीचे खाट, भाटा के बाट, ढूंढते रह जाओगे ! सिर मैं भौरी अणपढ़ छौरी चरमक चूँ की जूती दुध प्यांण की तूती मावस की खीर पहंडे का नीर गर्मियां मैं राबड़ी खेताँ मैं छाबड़ी घरां मैं पौली कोरडे की होली चणे के साग की कढी चाबी तैं चालदी घडी काबुआ कांसी का काढ़ा खांसी का काजल कौंचे की शुद्धताई चौंके की गुलगला बरसात का चूरमा सकरात का सीठणे लुगाइयाँ के नखरे हलवाईयाँ के भजनी अर ढोलक माट्टी के गुल्लक ढूंढते रह जाओगे !!

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