बुधवार, 20 मई 2015

यदि आप अच्छे इंसान बनना चाहते हैं तो निम्नलिखित काढे का निर्माण करके स्वयम प्रयोग करे7 (1) सच्चाई के पते '1' ग्राम (2) ईमानदारी की जड '3' ग्राम (3) परोपकार के बीज '5' ग्राम (4) रहम दिल का छिलका '4' ग्राम (5) दानशीलता का छिलका '4' ग्राम (6) स्वदेश प्रेम का रस'3' ग्राम (7) उदारता का रस '3' ग्राम (8) सत संगत का रस '4' ग्राम निर्माण विधि """"""""""""""""""""" उपरोक्त बताई हुई सब चीजों को एक साथ मिलाकर परमात्मा के बरतन में डालकर सनेहभावा के चूल्हे पर रखकर प्रेम की अग्नि में पकायें ! अच्छी तरह पक जाने पर नीचे उताउतारकर ठंडा करें ! फिर शुद्ध मन के कपडे से छानकर मस्तिष्क की शीशी में भर लें सेवन विधि """"""""""""""""""" इसको प्रतिदिन संतोष के गुलकंद के साथ इंसाफ के चमच में सुबह, दोपहर, शाम दिन में तीन बार सेवन करें परहेज """"""""""""" क्रोध की मिर्च , अहंकार का तेल, लोभ की मिठाई, स्वार्थ का घी, धोखे का पापड ! इन सबसे सावधान व दुराचरण की भावना से बचना है नोट """""""""" इसका निर्माण हर व्यक्ति के द्वारा सम्भव है

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