रविवार, 10 मई 2015

तीन चीजें तीन चीजों में मन लगाने से उन्नति होती है - ईश्वर, परिश्रम और विद्या। →→→←←←←→→→← Ⓜ•√. तीन चीजों को कभी छोटी ना समझे - बिमारी, कर्जा और शत्रु। →→→←←←←→→→← Ⓜ•√. तीनों चीजों को हमेशा वश में रखो - मन, काम और लोभ। →→→←←←←→→→← •Ⓜ√. तीन चीज़ें निकलने पर वापिस नहीं आती - तीर कमान से, बात जुबान से और प्राण शरीर से। →→→←←←←→→→← Ⓜ•√. तीन चीज़ें कमज़ोर बना देती है - बदचलनी, क्रोध और लालच। →→→←←←←→→→← Ⓜ•√. तीन चीज़ें कोई चुरा नहीं सकता - अकल, चरित्र और हुनर। →→→←←←←→→→← •Ⓜ√. तीन व्यक्ति वक़्त पर पहचाने जाते हैं - स्त्री, भाई और दोस्त। →→→←←←←→→→← Ⓜ•√. तीनों व्यक्ति का सम्मान करो - माता, पिता और गुरु। →→→←←←←→→→← Ⓜ•√. तीनों व्यक्ति पर सदा दया करो - बालक, भूखे और पागल। →→→←←←←→→→← •Ⓜ√. तीन चीज़े कभी नहीं भूलनी चाहिए - कर्ज़, मर्ज़ और फर्ज़। →→→←←←←→→→← Ⓜ•√. तीन बातें कभी मत भूलें - उपकार, उपदेश और उदारता। Ⓜ•√. तीन चीज़े याद रखना ज़रुरी हैं - सच्चाई, कर्तव्य और मृत्यु। →→→←←←←→→→← Ⓜ•√. तीन बातें चरित्र को गिरा देती हैं - चोरी, निंदा और झूठ। →→→←←←←→→→← Ⓜ•√. तीन चीज़ें हमेशा दिल में रखनी चाहिए - नम्रता, दया और माफ़ी। →→→←←←←→→→← •√. तीन चीज़ों पर कब्ज़ा करो - ज़बान, आदत और गुस्सा। →→→←←←←→→→← •√Ⓜ. तीन चीज़ों से दूर भागो - आलस्य, खुशामद और बकवास। →→→←←←←→→→← •√Ⓜ. तीन चीज़ों के लिए मर मिटो - धेर्य, देश और मित्र। →→→←←←←→→→← •√Ⓜ. तीन चीज़ें इंसान की अपनी होती हैं - रूप, भाग्य और स्वभाव। →→→←←←←→→→← •√Ⓜ. तीन चीजों पर अभिमान मत करो – धन, ताकत और सुन्दरता। →→→←←←←→→→← •Ⓜ√. तीन चीज़ें अगर चली गयी तो कभी वापस नहीं आती - समय, शब्द और अवसर। →→→←←←←→→→← Ⓜ•√. तीन चीज़ें इन्सान कभी नहीं खो सकता - शान्ति, आशा और ईमानदारी। →→→←←←←→→→← Ⓜ•√. तीन चीज़ें जो सबसे अमूल्य है - प्यार, आत्मविश्वास और सच्चा मित्र।


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