सोमवार, 23 मई 2016

Story of the day

एक समय की बात है, एक बुढा पिता अपने जवान बेटे के साथ गार्डन में एक बेंच पर बैठा था. वो जिस बेंच पर बैठे थे उसके सामने एक बड़ा पेड़ था. बूढ़े पिता ने देखा की एक पक्षी उस पेड़ पर बैठा है. तभी उसने अपने बेटे से पुछा की- वह क्या है? बेटे ने तुरंत जवाब दिया- वह तोता है. फिर भी…बूढ़े पिता ने अपने बेटे से पूछा, वह क्या है? बेटे ने फिर से जवाब दिया की, मै पहले ही बता चूका हु की वह तोता है. और एक बार फिर बूढ़े पिता ने अपना प्रश्न दोहराया, वह क्या है? बाद में बेटे से गुस्से में कहा की, पापा, क्या आपको समज में नहीं आ रहा? कितनी बार मैंने आपसे कहा की वह तोता है. लेकिन उस बूढ़े पिता ने नम्रता से जवाब दिया की, मेरे प्यारे बेटे, जब तुम 4-5 साल के थे तब तुमने यही प्रश्न 100 बार से भी ज्यादा पुछा था और मैंने हर बार तुम्हे इसका जवाब एक किस के साथ दिया था, की वह तोता है!….. अभी मैंने तो तुमसे 3 ही बार पुछा है और तुम परेशान और क्रोधित हो रहे हो.

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