व्हट्सअप ग्रुप बनायो गावँ रो ,चौखौ किदौ काम।
कौम किदौ है भाई सौतरौ, कालू है जिणरौ नाम ।।
च्यारु मेर री खबरो आवे , जब खुशी मिले अपार ।
दूर बैठा ही पास ज्यो , बैठा जो करो व्यापार ।।
दूर दूर बैठा हाँ फिर भी रेहवाँ, व्हट्सअप सू जुड़ने ।
मन्दी चाले धन्धा मे जब, लग जावा सब लड़ने ।।
जिण भायौ रे काम नही है,फालतू रा मेसेज भेजो।
धन्यवाद है ज्यारां जन्मदाता ने,साजा ताजा रेहजो ।।
बैंगलोर सूँ अणदोजी बोले , ,हुबली से सोमा भाई ।
विशनगर सूँ पुकजी बोले रादनपुर से दल्ला भाई।।
ईडर गावँ सूँ पूरजी बोले ,चण्ँचमा से लवली भाई ।
कालूराम एडमिन यूँ समझावे, शान्ती राखो रे भाई ।।
ऊन्झा सूँ राजुजी बोले ,जोधपुर से जितेन्द्र भाई ।
विजापुर सूँ हरिचन्दृ बोले , खेरालू से भलजी भाई ।।
अहमदाबाद राजु सूणे सब, मन ही मन मुलकावे।
सब रा मेसेज पढ़ सुण ने लारे जातो ही खलकावे।।
एक बैंगन ने बात बढाई , ग्रुप री किदी घोणी ।
ग्याहर बजिया रात तक ,पूरजी ही वात ने तोणी ।।
ग्याहर बजिया रात तक ,पूरजी ही वात ने तोणी ।।
सिनली ग्रुप रा लाडला मेम्बरो,उड़तो तीर नही लेहणो।
आजकाल रो समय है खौटो ,कणी ने कोई नी केहणो ।।
गुमनाराम भली समझावे , इतरो है म्हारौ केहणो ।।।
गुमनाराम भली समझावे , इतरो है म्हारौ केहणो ।।।
रग रग में अगन जले भाई कावल नी कहणो ।
रीस करे जब मालवी तो आगो नही लेहणो ।।
गुमनाराम पटेल सिनली
गुमनाराम पटेल सिनली
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