राम राम सा
मित्रो मुझे एक बात समझ नही आ रही है कि क्या अभी भी भारत में बेरोज़गारी है,?
नहीं बिल्कुल नहीं, भारत के छोटे बड़े शहरों में क़रीब हज़ारों दुकानों में नौकरी देने सेठ लोग तैयार बैठे हैं, कोई काम नहीं करके बेरोज़गारी का रोना रोता है तो वह महाझूठा है, हमें तो लगता है अब राहुल गांधी पप्पू और दौगला दोनों हो गये हैं।
मित्रो खेतो मे काम करने के लिये मजदूर नही मिल रहे है । मकान बनाने मे दुकानो होटलो या कोई भी जगह मजदूर नही मिल रहा है। और चमचे चिल्लाते है बेरोजगारी है । अरे भाई आजकल हम सभी बच्चो को इन्जीनियर आई पी एस कलक्टर ही बनाना चाहते हैं तो बात अलग है । आने वाले समय मे बेरोजगारी णा हो इसलिये 4 बीवी व 16 बच्चे वाले फोर्मुले पर कोई क्यो नही बोलता है।
मित्रो गाँव के लोग कह रहे हैं कि हमने खेत खलिहान बेचकर बच्चे को बीटेक इंजीनियरिंग पढ़ाई तो उन्हें केवल 15 हज़ार की ही नौकरी मिल रही है। अरे भाई सरकारी नौकरी में भी केवल 20 हज़ार ही मिलते हैं, बीटेक और इंजीनियरिंग में तो आप तीन लाख रुपये महीना भी आगे जाकर कमा सकते हैं, यह तो दिखाई नहीं देता बस सरकार को ही गाली देते फिरते हैं। और किसान ने खेत खलिहान बेचे ही क्यों, बच्चा खुद मेहनत करता, दूसरे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता, रात की दावतों में खाना परोसने का काम करके एक ही रात में दौ दौ हज़ार कमाता, तो उसकी अपनी मेहनत से आगे बढ़ता, क्या बड़े बड़े लोगों ने शुरू में चाय नहीं बेची क्या। क्या सरदार जाति में बड़े से बड़े लोग गुरुद्वारा में जाकर चप्पल पोंछने का काम आत्मशुद्धि के लिए नहीं करते हैं। क्या लोग ब्लू क्रॉस में जाकर जानवरों की सेवा नहीं करते। क्या वृद्धाश्रम में लोगों की गंदगी साफ़ नहीं की जाती है।
उधर राज ठाकरे कह रहे हैं कि मोदीजी ने बहुत बड़ा धोखा दिया। मोदीजी ने दो करोड़ रोज़गार नहीं दिये। कहाँ से देते, पहले ही सरकारी नौकरों का ओवर फ्लो हो गया है। जैसे पानी की टंकी भरने के बाद पानी बाहर बह जाता है उसी तरह से सरकारी नौकरियाँ हो गयी थीं, उनको पहले मोदीजी ने कम किया है, मोदीजी के घोर विरोधी मारकंडे काटजू ने खुद कहा है कि भारत के नौकरशाह इतने मज़बूत हैं कि उनके सामने राजनीतिज्ञ भी गुलाम हो जाते हैं, सो, पहले मोदीजी ने सरकार नाम का एक कंट्रोलिंग पॉवर देश में लाया है। क़ानून राज लाया है। वरना देश तो नौकरशाहों का गुलाम बनकर रह गया था, अभी भी नौकरशाही 70 प्रतिशत है उसको दबाने में समय लगेगा, अगर कांग्रेस आ गयी तो वही पुराने ढर्रे पर हम आ जाएँगे। भरोसा रखे ये देश के लिये अच्छा ही कर रहे हैं
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