शनिवार, 29 सितंबर 2018

मोबाइल की महिमा

राम राम सा

मित्रो आजकल का दौर सौशल मिडिया का है। आज सभी के पास मे स्मार्ट फोन है  आदमी हो या औरत जहाँ पहुचें की सेल्फी तो लेनी ही है  अब इन दिनो कोई भाई  गाँव जाता है तो बाजरी या मूँग ज्वार मोठ काटते हुये सेल्फी जरुर लेते है  कोई मतिरा खाते हुये । कोई नेताजी के पास मे जाकर कोई गोगाजी के मेले मे कोई तेजाजी के मेले मे कोई रामदेवजी के मेले मे  ! पर कई लोग दातुड़ौ हाथ मे लेकर सेल्फी लेते है और स्टेटस
आज गाँव मे  सुबह से लेकर शाम तक काटी बाजरी ।
बन्दे  मे  दम अभी भी है फिर भी नही ली हूँ हाजरी ।।

 शर्ट पेंट के अन्दर ही दातुड़ौ उल्टो बाजरी उलटा हाथ सूँ पकड़ी है अरे भाई एक दिन धुप मे सुबह से शाम तक काटो तो मालुम पड़े  कि  किसान कितने  सुखी है ।अगर कोई कही मिलने गये तो  हालचाल नही पुछेगे। पहले सेल्फी लेंगे । अगर कोई बच्चा ननिहाल जाकर आयेगा तो घर वाले भी हालचाल की बजाय कहेंगे बता बेटा नानी के साथ सेल्फी कैसी आई है ।ये नही पूछेगा कि नानी की  तबियत कैसी है ।
अब हम सब जानते ही है की आज के  युग को मोबाइल युग कहे तो सही रहेगा । लोग एक ही घर मे रहकर दो दो तीन तीन दिन आपस में बात नहीं करते हैं। मां  -बाप  बेटा बेटी बहु सब के सब फोन मे व्यस्त रहते है ।चाचा चाची भुआ  बहिन को भले याद ना करे पर अमेरिका या ब्रिटेन मे फ्रेंड को विश कर देंगे
 आज के जीवन की सबसे महत्वपूर्ण जरुरत यही तो है!कुछ दिनों पहले जब मोबाइल  नहीं हुआ करता  था, पहले गाँव में कोई रिश्तेदार या मेहमान आता था तो सबसे पहले वो घर की राजी-ख़ुशी के बारे में पूछता,फिर घर में गाय भैन्स के धिणा व  दूध-  के बारे पूछता! फिर  मूँग बाजरी चारा खेत-खलिहान के बारे में!
उसके बाद इधर-उधर कि बातों पर चर्चा होती!पर अब आने वाले समय में  ये बाते पुरानी हो जायेगी!
एक बार मै मेरे मेहमान के घर गया  तो हम शाम को खाना खाने के बाद टीवी भी देख रहे थे और साथ मे  बाते भी कर रहे थे अचानक मेरे ध्यान में  एक बात आई और मैने  उनसे पुछ ही लिया कि आपके बच्चे व दुकान का स्टाप  बहुत ही सिधे है एकदम छुपछाप सब  सो गये है । तो वो थोड़ा मुस्कराये और फिर मुझे वो दृश्य दिखाया  तो मै देखकर दंग रह गया  वहाँ  wifi लगा है और सब के सब मोबाइल मे व्यस्त थे ।
आजकल घर में घुसते ही राजी-ख़ुशी के बाद मेहमानो की नजर सीधी  चार्जर पर  जाती है   "चार्जर कठे है सा ।थोड़ी टाईम के बाद  एक और है  काई ? दुजूड़ौ फोन री बेटरी डाऊन है?"
आज के दौर मे सम्पुर्ण  भारत मे आपको बिना मोबाइल का कोई  भी भिखारी भी नही मिलेगा ।
वाह रे मोबाइल तेरी महिमा तो  न्यारी है


गुमनाराम पटेल सिनली

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