मंगलवार, 9 जून 2015
तीखी बात--
तीखी बात--
आलोचक दो तरह के होते हैं, एक वो जो आपकी आलोचना इसलिए करते हैं ताकि आपके अंदर बदलाव आये और आप पहले से बेहतर बने,ताकि जो कमी/अवगुण है वो दूर हो जाए...
दूसरे किस्म के आलोचक वो लोग होते हैं...जो सिर्फ भोकना/टोकना/ऊँगली करना/मुह मारना जानते हैं..वो आपको किसी भी हाल में बर्दास्स्त नहीं कर पाते..इसमें भी दो प्रकार होते हैं एक अनपढ़ और दूसरा पढ़ा लिखा गवार .. सिर्फ जलनखोरी..बिना तर्क की बात करने में इन लोगो की पीएचडी होती है.. इनकी ख़ास बात ये होती है की एक मिटटी का ढेला उठाना भी इनके बस से बाहर होता है..फिर दिमाग का इस्तेमाल करना तो कोसो दूर....
पर आप सभी हितैषी/आलोचकों को मेरा प्यार भरा स्नेह...क्युकी अच्छे बदलाव लाने में आप सभी का अमूल्य योगदान है.. और वैसे भी दूसरे किस्म के लोगो के लिए फेसबुक की ब्लॉक लिस्ट जिंदाबाद है||
...पूरी उम्मीद है इस पोस्ट पर भी एक न एक व्यक्ति अपने कुतर्को से अपनी बेवकूफी का सबूत जरूर देगा ..देखते हैं पहले कौन कुतर्की आता है ??
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