गुरुवार, 18 जून 2015

gumanji patel: रंग रंगीलो रस भरियो, ओ म्हारो राजस्थान।।

gumanji patel: रंग रंगीलो रस भरियो, ओ म्हारो राजस्थान।।: छम-छम बाजे पायली रुके नहीं बरसात हरी मलमली चूनरी तितली चूड़ा हाथ। बादल में मादल बजे नभ गूँजे संतूर मन में बिच्छू-सा चुभे घर है कितनी दूर। कच्...

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