राम राम सा
मित्रो मोदी है तो मुमकिन है कथन को सत्यार्थ करते हुए
सिर्फ एक दिन हमारे जाँबाज़ पायलेट अभिनन्दन को अपने कब्जे में रखने के बाद पाकिस्तान रिहा करने के लिए मजबूर हो गया। क्योंकि यह मोदी है और मोदी है तो मुमकिन है। इसका कारण सिर्फ और सिर्फ हमारी सेना द्वारा दिखाये गए शौर्य तथा सरकार की दृढ़ता है। सरकार इसलिए दृढ़ है क्योंकि मजबूर नहीं मजबूत सरकार है और देश का नेतृत्व दृढ़ हाथों में है, इसीलिए देश भी सुरक्षित है। हमारे पायलेट को छुड़ाने के लिए सरकार पर अनावश्यक दबाब बनाने के लिए टुकड़े – टुकड़े गैंग कल से ही तरह तरह फर्जी विडियो वायरल किये दुसरी औरत को अभिनंदन की पत्नी बनाकर और मोमबत्ती कांड करने का कुचक्र भी रचा था। ताकि सरकार को मजबूर करके कांधार जैसी गलती करने के लिए मजबूर करें। पर दिल के अरमान चमचो के दिल में ही रह गए जब अभिनन्दन की रिहाई की खुशखबरी आ गयी। कुछ पाक परस्त चमचो के अनुसार यह पाकिस्तान का शांति के लिए प्रयास का पहला कदम है। यह वही भाषा है जो इमरान भी बोल रहा है। पर वह यह कैसे भूल जाते हैं कि जब स्वयं जैश – ए – महोम्मद कबूल कर रहा है कि हमला उसने किया, तो इमरान को और क्या सबूत दे? इतने दिनों में इन आतंकवादियों हाफिज सईद और सैयद सलाउद्दीन पर अब तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं की गई ?
और सर्वदलीय मीटिंग में प्रधानमंत्री पद पर गिद्द दृष्टि जमाए हुए 21 नेताओं ने एक प्रस्ताव पास किया जिसमें प्रधानमंत्री की निंदा की गयी और उसमें कहा गया कि प्रधानमंत्री ने उन्हें विश्वास में नहीं लिया, शहीदों के नाम पर राजनीतिकरण किया गया है । साथ ही मजबूरीवश सेना की प्रशंसा भी की। मित्रों जरा ध्यान दीजिये चमचो ने पाकिस्तान के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा कोई निंदा नहीं की, जैश – ए – महोम्मद और आतंकवादियों की निंदा नहीं की। सिर्फ और सिर्फ मोदी की निंदा की। कौनसी बात में विपक्ष चाहता था कि उसे विश्वास में लिया जाय? सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में सबूत मांग रहे हैं साथ में सैनिको को बधाई भी दे रहे हैं । मित्रों हमें दुश्मन को आँखें दिखाने वाला प्रधानमंत्री चाहिए संसद मे आँखे मारने वाला नहीं चाहिये।
जय हिंद जय भारत
गुमनाराम पटेल सिनली
मित्रो मोदी है तो मुमकिन है कथन को सत्यार्थ करते हुए
सिर्फ एक दिन हमारे जाँबाज़ पायलेट अभिनन्दन को अपने कब्जे में रखने के बाद पाकिस्तान रिहा करने के लिए मजबूर हो गया। क्योंकि यह मोदी है और मोदी है तो मुमकिन है। इसका कारण सिर्फ और सिर्फ हमारी सेना द्वारा दिखाये गए शौर्य तथा सरकार की दृढ़ता है। सरकार इसलिए दृढ़ है क्योंकि मजबूर नहीं मजबूत सरकार है और देश का नेतृत्व दृढ़ हाथों में है, इसीलिए देश भी सुरक्षित है। हमारे पायलेट को छुड़ाने के लिए सरकार पर अनावश्यक दबाब बनाने के लिए टुकड़े – टुकड़े गैंग कल से ही तरह तरह फर्जी विडियो वायरल किये दुसरी औरत को अभिनंदन की पत्नी बनाकर और मोमबत्ती कांड करने का कुचक्र भी रचा था। ताकि सरकार को मजबूर करके कांधार जैसी गलती करने के लिए मजबूर करें। पर दिल के अरमान चमचो के दिल में ही रह गए जब अभिनन्दन की रिहाई की खुशखबरी आ गयी। कुछ पाक परस्त चमचो के अनुसार यह पाकिस्तान का शांति के लिए प्रयास का पहला कदम है। यह वही भाषा है जो इमरान भी बोल रहा है। पर वह यह कैसे भूल जाते हैं कि जब स्वयं जैश – ए – महोम्मद कबूल कर रहा है कि हमला उसने किया, तो इमरान को और क्या सबूत दे? इतने दिनों में इन आतंकवादियों हाफिज सईद और सैयद सलाउद्दीन पर अब तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं की गई ?
और सर्वदलीय मीटिंग में प्रधानमंत्री पद पर गिद्द दृष्टि जमाए हुए 21 नेताओं ने एक प्रस्ताव पास किया जिसमें प्रधानमंत्री की निंदा की गयी और उसमें कहा गया कि प्रधानमंत्री ने उन्हें विश्वास में नहीं लिया, शहीदों के नाम पर राजनीतिकरण किया गया है । साथ ही मजबूरीवश सेना की प्रशंसा भी की। मित्रों जरा ध्यान दीजिये चमचो ने पाकिस्तान के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा कोई निंदा नहीं की, जैश – ए – महोम्मद और आतंकवादियों की निंदा नहीं की। सिर्फ और सिर्फ मोदी की निंदा की। कौनसी बात में विपक्ष चाहता था कि उसे विश्वास में लिया जाय? सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में सबूत मांग रहे हैं साथ में सैनिको को बधाई भी दे रहे हैं । मित्रों हमें दुश्मन को आँखें दिखाने वाला प्रधानमंत्री चाहिए संसद मे आँखे मारने वाला नहीं चाहिये।
जय हिंद जय भारत
गुमनाराम पटेल सिनली
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