रविवार, 10 मार्च 2019

मेरे बारे मे

मेरे बारे में ..

नाम                       - गुमनाराम पटेल
पिता का नाम          - श्री गोकल राम जी पटेल
गांव                         - सिनली
तह.                         - लुणी
जिला                       - जोधपुर
राज्य                       - राजस्थान
देस                         - भारत
मो.                        - 9920693452, 8976883910
मेरे दादा के परिवार का परिचय 
मेरे दादा का नाम स्व.  श्री बुधाराम जी (मालवी) पटेल है।
मेरे परदादा का नाम  स्व.श्री भोमाराम जी (मालवी) पटेल  है।
स्व .भोमाराम जी के कोई औलाद नही थी तो मेरे दादा जी को  गौद लिये थे तो उस हिसाब से भोमाराम जी मेरे परदादा दादा हुए ।
वैसे मेरे परदादा का नाम वागाराम जी है ।स्व. श्री
वागाराम जी के दो लडके हुए एक का नाम  बुधाराम जी था और एक का पुनमराम जी था।
स्व. बुधाराम जी  के  चार  लडके  है और चार लड़कीया है

1.   गोकल राम जी

2.    तेजाराम  जी

3.    सोनाराम जी

4.    अणदा राम  जी
            व
1. स्व. चुन्निदेवी

2   सणगारी देवी

3    तुलसी देवी

4   पानी देवी

1 गोकल राम  जी  यानी मेरे पिताजी एक किसान है । आज भी थोड़ी बहुत  खेती बाड़ी करते है  । उनकी भी पाँच सन्ताने है तीन लड़के व दो लड़किया  । यानी मेरे दो बहिन्ं व दो  भाई है ।

2 मेरे  चाचाजी तेजाराम जी भी  खेती ही करते है।उनके भी बड़ी तीन लड़किया है 1 चम्पा 2 गौरी 3 सायरी   यानी मेरी छोटी बहिने और एक लड़का है धनाराम  जो वर्तमान मुंबई मे है 

3 मेरे चाचाजी  सोनाराम जी  B.S.F  मे पूरी  सेवा देने के बाद अब रिटायर्डमेन्ट पर  है। उनके भी दो लड़के है  एक नेमाराम  कपड़ा व्यवसाय  व दुसरा राजाराम   L.D.C.सरकारी कर्मचारी है ।

4 मेरे चाचा जी अणदाराम जी भी  जोधपुर मे प्राइवेट नौकरी करते है उनको भी एक लड़का  बाबुलाल व तीन लड़किया है । पुष्पा,सुमित्रा' , ममता।  सभी पढ़ रहे है ।
  
मेरे परिवार का परचिय 
मेरी माँ  का नाम श्रीमती नैनु देवी है जिनका गांव रोहिसा कल्ला है। 
मेरे पिताजी का नाम  श्री गोकल राम जी पटेल
उनके तीन बच्चे है। दो  लड़कीया है । एक लड़का 
गुमनाराम पटेल मैं हूं।
मेरा जन्म  02 जुलाई  1973 को मेरे पैतृक गांव सिणली  में हुआ।
मैं एक किसान परिवार से हूं। मेरे पिताजी खेती का कार्य  करते है। गावँ के पास हमारे एक खेत में ढाणी   है। यही पर हम रहते है।

मेरी बहिने
मेरे परिवार में दो बड़ी  बहिने क्रमशः 1. कमला , २ लैहरी और  दो छोटे  भाई है।
मेरी एक बहिन कमला  की शादी धवा गाँव मे  श्रीमानअणदाराम जी पौण से  व
लैहरी  की शादी सिणली गाँव मे श्रीमान तुलसा राम जी काग से  हुई है।
 मैरे एक  छोटे भाई  श्रवणराम् की शादी दुन्धाडा गाँव मे स्व, लुम्बा राम जी काग  की सुपुत्रि कमला के साथ हुई व दुसरे भाई  जुगता राम की  शादी धवा गाँव  मे जुगता राम जी पौण की सुपुत्रि साऊँ के साथ  हुई। 

मेरी पढ़ाई के बारे में  
मेरी प्राथमिक पढ़ाई मेरे ही गाँव  सिणली  में हुई जहां
मैने कक्षा 1 से कक्षा 5 तक शिक्षा ग्रहण की  वहां मैं अपने चाचा जी  के साथ जाता था।
कक्षा 6 से कक्षा 9 तक की शिक्षा मेरे ही गांव के 4 किलोमीटर  दूर   सरकारी स्कूल राजकीय माध्यमिक विद्यालय धवा  में प्राप्त की।
फिर मैने 1989 मेरी पढ़ाई को छोडकर  देशावर नौकरी करने के लिये चला गया । वहाँ जाकर भी मै कुछ ना कुछ पढ़ता ही रहता था पढ़ाई  मैने आज तक नही छोड़ी है । 
8 वर्षो तक नौकरी करने के पश्चात मैने 1997 मे महारास्ट्र के मुंबई शहर मे अपना व्यापार  शुरू कर दिया था ।

मेरी शादी के बारे में  
जून 1990 को मेरी शादी लुणी तहसिल के गांव धवा में श्री साँवल राम  जी पौण की सुपुत्री सुगना से हो गई।

 8 मई  1999 को मेरे घर एक पुत्री का जन्म हुआ।
 जिसका नाम मैने मनिषा  रखा है। उसके बाद लगातार मेरे तीन लड़किया क्रमश: विमला सोहनी कविता  हुई और 23 मई 2009 को लड़का हुआ जिसका नाम लक्ष्मण रखा है ।

मेरी अभिरूचियां 
मेरा पसदिदा  खाना - सादा खाना मुंझे पंसद है।
गट्टे की सब्जी, पालक की सब्जी, कैर सांगरी की सब्जी,कढ़ी भिण्डी की सब्जी मुझे बहुत पंसद है।

मेरा पंसदिदा रंग केशरिया व लाइट ब्ल्यु रंग है।
मेरा पंसदिदा  साबुन चिन्थोल तथा लक्स है।
मैं सदाबाहर गाने सुनना पंसद करता हूं।
दौस्ती करना मुझे बहुत अच्छा लगता है।
समाज सेवा करने में मुझे खुशी होती है।
बच्चो से मुझे बहुत प्यार है।
मुझे पालतु पशुओं से भी प्रेम है।
मेरी रूची फुटबॉल व क्रिकेट गेम में है।
और सबसे ज्यादातर रूचि  फेसबुक व कम्प्यूटर पर कुछ नया खोजने व करने में रहती है।
' हमारी जिन्दगी की तो बस यही एके छोटी सी कहानी है,

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