।। राम राम सा ।।
मित्रो वो भी क्या दिन थे
मित्रो बचपन की होली मे एक महिने पहले जैसे ही फागण लगता बच्चे व आदमी सब फागण गाने लग जाते औरते लूर लेने लग जाती थी । आज होली के एक दिन पहले ही पता चलता है कि कल होली है । कुछ गाँवो मे तो अभी भी सात आठ दिन पहले पता चल जाता है कि होली आ रही है
हम लोग तो होली के एक महीने पहले से शुरू हो जाते थे
फागन महिना पूरी मस्ती करते हुए बिताते थे !
पहले जिन लोगो को हमारे होली मानाने से आपत्ति होती थी आज वही कहते हैं के तुम लोग होली नहीं बनाते तो गली अच्छी नहीं लगती है
माना विकास हो रहा है पर हमारे त्यौहार हमारी संस्कृति सब खोती जा रही है .....!
मित्रो हर्ष उल्लास के साथ होली मनाओ मित्रो
गुजरे हुए पल वापस नहीं आतें .......
पैसे कमाने में ज़िन्दगी तो गुजर ही रही है पर अब शायद वैसी यादें नहीं बना पाएंगे ये दिन !!!
मित्रो बचपन की होली मे एक महिने पहले जैसे ही फागण लगता बच्चे व आदमी सब फागण गाने लग जाते औरते लूर लेने लग जाती थी । आज होली के एक दिन पहले ही पता चलता है कि कल होली है । कुछ गाँवो मे तो अभी भी सात आठ दिन पहले पता चल जाता है कि होली आ रही है
हम लोग तो होली के एक महीने पहले से शुरू हो जाते थे
फागन महिना पूरी मस्ती करते हुए बिताते थे !
पहले जिन लोगो को हमारे होली मानाने से आपत्ति होती थी आज वही कहते हैं के तुम लोग होली नहीं बनाते तो गली अच्छी नहीं लगती है
माना विकास हो रहा है पर हमारे त्यौहार हमारी संस्कृति सब खोती जा रही है .....!
मित्रो हर्ष उल्लास के साथ होली मनाओ मित्रो
गुजरे हुए पल वापस नहीं आतें .......
पैसे कमाने में ज़िन्दगी तो गुजर ही रही है पर अब शायद वैसी यादें नहीं बना पाएंगे ये दिन !!!
होली थारा गैरिया देसावर ढ़लगा ओ
रुपया कमावण ने
रुपया कमावण ने
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