मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

राजस्थानी दोहा

ऊँचा-ऊँचा धोरा अठै, लाम्बो रेगिस्तान।
कोसां कोस रुंख कोनी, तपतो राजस्थान।।
फोगला अर कैर अठै, करै भौम पर राज।
गोडावण रा जोङा अठै, मरुधर रा ताज।।
कुंवा रो खारो पाणी, पीवै भैत मिनख।
मेह रो पालर पाणी, ब्होत जुगत सूं रख।।
कोरी कोरी टीबङी, उङै रेत असमान।
सणसणाट यूं बाज रही, जणुं सरगम रा गीत।।
सोनै ज्यूं चमके रेत, चाँदनी रातां में।
रेत री महिमा गावै, चारण आपरी बातां में।।
इटकण मिटकण दही चटोकण, खेलै बाल गोपाल अठै।
गुल्ली डंडा खेल प्यारा, कुरां कुरां और कठै।।
अरावली रा डोंगर ऊंचा, आबू शान मेवाङ री।
चम्बल घाटी तिस मिटावै, माही जान मारवाङ री।।
हवेलियाँ निरखो शेखावाटी री, जयपुर में हवामहल।
चित्तौङ रा दुर्ग निरखो, डीग रा निरखो जलमहल।।
संगमरमर बखान करै, भौम री सांची बात।
ऊजळै देश री ऊजळी माटी, परखी जांची बात।।
धोरा देखो थार रा, कोर निकळी धोरां री।
रेत चालै पाणी ज्यूं,
पून चालै जोरां री।।
भूली चूकी मेह होवै, बाजरा ग्वार उपजावै।
मोठ मूँग पल्लै पङे तो, सगळा कांख बजावै।।
पुष्कर रो जग में नाम, मेहन्दीपुर भी नाम कमावै।
अजमेर आवै सगळा धर्मी, रुणेचा जातरु पैदल जावै।।
रोहिङै रा फूल भावै, रोहिङो खेतां री शान।
खेजङी सूँ याद आवै, अमृता बाई रो बलिदान।।
सोने री धरती अठै, चांदी रो असमान।
रंग रंगीलो रस भरियो, ओ म्हारो राजस्थान।।
रंग-रंगीलो राजस्थान, नाज करै है देस।
न्यारी-न्यारी बोली अठैगी, न्यारा-न्यारा भेस।।
राणा जेङो वीर अठै, राजस्थान री शान।
जयपुर जेङो नगर अठै, सैलानियां री जान।।
अरावली पर्वत ऊंचा घणा, कांई म्हे करां बखान।
राजकनाळ लाम्बी घणी, मरुधर रो वरदान।।
चेतक तुरंग हठीलो घणो, भामाशाह महादानी।
सांगा हिन्दू लाज बचावणा, जौहर पद्मण रानी।।
ढोला मरवण प्रेम कहाणी, गावै कवि सुजान।
आल्हा ऊदल वीर कहाणी, चारण करै बखान।।
जैपुर कोटा अर् बीकाणा, जग में मान बढावै।
अलवर उदैपुर जोधाणा भी, राजस्थान री शान कहावै।।
गोगामेङी गोगो धुकै, रुणेचा रामदेव जी।
सालासर हनुमानजी बैठ्या, कोळू पाबूदेव जी।।
पल्लु में काळका माता, देशनोक में माँ करणी।
सुन्धा परबत री सुन्धा माता, तीनूं लोक दुख हरणी।।
राठी गौ री शान प्यारी, बैल नागौरी चोखा घणा।
नसल ऊंट री एक जाणी, बीकाणै में जो नाचणा।।
घूमर घालै गोरियां, माणस बजावै चंग।
होळी खेलै देवर भाभी, उङै कसूमल रंग।।
जयपुर में गणगौर सवारी, राजसी ठाठ दिखावै।
दशहरो मेळो कोटा रो, धरमी मान बढावै।।
साफा अठै जोधपुर रा, परदेशां कीर्ति बखाणै।
मोजङी भी न्यारी-न्यारी, देशोदेश जाणै।।

किसानो की बढती समस्याए

राम राम सा
   भाईयो हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है यहाँ  आजादी के 70 साल बाद मे भी   किसानो की हालात मे कोई विशेष सुधार नहीं हुआ है किसानो  के लिये कोई भी सरकार आज तक ठोस कदम उठाने की कोशिश नही की गई है ।भारत में कृषि और किसानो की हालत दिनों-दिन बदतर होती जा रही हैं जिसके कारण अनेक किसान आत्महत्या तक करने पर मजबूर हो जा रहे हैं. भारत में आज भी 60% से 70% लोग कृषि पर निर्भर हैं. इस समस्या को हर सरकार जानती हैं पर उसके पास उचित समाधान नही हैं. भारतीय किसानो की हालत बहुत ख़राब हैं इस पर लोग केवल बहस करते हैं, राजनीति करते हैं और हाय-तौबा मचाकर भूल जाते हैं. पर इसके लिए कोई कारगर समाधान नही ढूढ़ा जाता हैं. है  भारत के नेताओं ने  तो सिर्फ किसानो को वोट बटोरने के लिये ही इस्तेमाल किया गया है। कभी फ़्री का झाँसा देकर कर्जमाफी का वायदा करके  किसानो के साथ  छलावा किया जा रहा है।
कर्ज माफी किसानों के साथ सबसे बड़ा छलावा है जो उन्हें आर्थिक रूप से असुरक्षित बना कर कर्ज के जाल में फँसाता जाता है। इससे वोट मिलते हैं पर समस्या बरक़रार रहती है। न किसानों का भला होता है और न खेती का।मोदी सरकार ने कर्ज माफी के बजाए दूसरे विकल्पों पर गौर कर एक सही कदम उठाया है ।आज किसानों की समस्याओं पर राजनीति करने वाले ज्यादा और उनकी समस्याओं की तरफ ध्यान देने वाले कम हैं। किसानों की खराब हालात के लिए भ्रष्टाचार भी जिम्मेवार है। इसीलिए जरूरतमंद किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है।
भारत की राजनीति इतनी ख़राब हैं कि इसमें अच्छे लोग बहुत कम आते हैं या आते ही नही. इसमें जो लोग गरीबो और किसानो के नाम पर वोट लेकर जीत जाते हैं फिर उन्ही को भूल जाते हैं. किसानो और गरीबो को लगता हैं इस बार कुछ अच्छा होगा. भारतीय राजनीति में सुधार होना चाहिए. कोई ऐसी पार्टी होनी चाहिए जिसमें एक ग़रीब भी चुनाव लड़ सके. यदि कोई नेता या राजनेता चुनाव प्रचार के समय कोई वादा करता हैं तो उसे पूरा करने की लिए कोर्ट आदेश दे क्योकि गलत वादों से चुनाव जीतना अपराध की श्रेणी में आनी चाहिए

जय जवान जय किसान
जय हिन्द जय भारत

फेसबुक के फायदे

!! शुभ् प्रभात !!
फ़ेसबुक के फ़ायदे -
1) सड़को पर झगड़े बंद हो गये, अब
पेज और ग्रुप में गाली गलौच
होती है.
2) प्रेमी युगल गार्डेन के बदले
फ़ेसबुक में मिलते हैं.
3) हजारों दोस्त बनाकर अच्छी बातें करते हे और पडौसी से बोलचाल बन्द है
4) नये दोस्त फ़ेसबुक में बनते हैं.
5) गर्ल फ़्रेंड फ़ेसबुक पर
खोजी जाती है
6) सामाजिक और राजनैतिक चर्चा नुक्कड़ पर चाय वाले के
स्थान पर फ़ेसबुक पेज में होती है.
7) लड़के सड़को के स्थान पर
फ़ेसबुक पेज में लड़कीयो को छेड़ते
हैं.
ज़ोर से हँसने के स्थान पर LOl, ROFL का इस्तेमाल
किया जाता है.
9) जन्मदिन फ़ेसबुक पर
मनाया जाता है, और अंजान
मित्रों द्वारा भी शुभकामनायें
दी जाती हैं.
10) माँ-बाप के लिये समय
नहीं होता लेकिन 'I Love Mom-सब कहते है

राजस्थानी दोहा

।। राम राम सा ।।

पानी दिखता ही नहीं, पाया कारावास।
होठों पर जलने लगी, अंगारों सी प्यास।।पीने की खातिर बचे, मिट्टी–बालू–रेत।
मौन कुएँ के सामने, पंछी पड़ा अचेत।।
गरम टीन सा तप रहा, हर कोमल एहसास।कोलतार पिघला मिला, सड़कें मिली उदास।।
प्यासी है सारी प्रजा, सोया है सम्राट।अग्निकुंड से हो गए, पानी वाले घाट।।
गरम धूल आँखों भरी, भरा न कोई घाव
सीधे मँुह अब क्या कहें , औंधे मँुह की नाव।।
आपस में करने लगीं, किरणें क्रूर सलाह।
बड़े सवेरे हो गया, सूरज तानाशाह।।

मारवाड़ी कहावत

*'सटीक मारवाड़ी कहावत '*

थोथी हथाई,
पाप री कमाई,
उळझोड़ो सूत,
माथे चढ़ायोड़ो पूत.... *फोड़ा घणा घाले।*

झूठी शान,
अधुरो ज्ञान,
घर मे कांश,
मिरच्यां री धांस.... *फोड़ा घणा घाले।*

बिगड़ोडो ऊंट,
भीज्योड़ो ठूंठ,
हिडकियो कुत्तो,
पग मे काठो जुत्तो.... *फोड़ा घणा घाले।*

दारू री लत,
टपकती छत,
उँधाले री रात,
बिना रुत री बरसात.... *फोड़ा घणा घाले।*

कुलखणी लुगाई,
रुळपट जँवाई,
चरित्र माथे दाग,
चिणपणियो सुहाग.... *फोड़ा घणा घाले।*

चेहरे पर दाद,
जीभ रो स्वाद,
दम री बीमारी,
दो नावाँ री सवारी.... *फोड़ा घणा घाले।*

अणजाण्यो संबन्ध,
मुँह री दुर्गन्ध,
पुराणों जुकाम,
पैसा वाळा ने 'नाम'.... *फोड़ा घणा घाले।*

घटिया पाड़ोस,
बात बात में जोश,
कु ठोड़ दुखणियो,
जबान सुं फुरणियो.... *फोड़ा घणा घाले।*

ओछी सोच,
पग री मोच,
कोढ़ मे खाज,
"मूरखां रो राज" .... *फोड़ा घणा घाले।*

कम पूंजी रो व्यापार,
घणी देयोड़ी उधार,
बिना विचार्यो काम ....   *फोड़ा घणा घाले !*

*फाट्योडो नोट*
*मुर्ख न सपोर्ट*
*बिना सोच्या दियोडो वोट*      फोड़ा घणा घालै.                        

मंगलवार, 24 दिसंबर 2019

राजस्थानी दोहा

<<  शुभ रात्री  दौस्तो  >>
पूजो मिनखा प्रीत
आंख आपरी तेज है , देखै पड़दां पार ।
खुद रै भीतर मैलड़ो , क्यूं नीं दीठै यार ।।
काया थांरी फूटरी , कंचन वरणों भान ।
लछण थांरां कुळछणां , बण बैठ्या भगवान ।।
आग लगाओ जगत में , खुद रा सेको रोट ।
डूब मरो रे निसरमो , थांरै कोठै खोट ।।
खोट कमाओ धपटवां , थान जगाओ जोत ।
खूब पटाओ देवता , चौड़ै आग्या पोत ।।
गाभा पैरो ऊजळा , मनड़ां राखो मैल ।
मिनखपणों है भायला , थांरै आगै फैल ।।
बातज मानों सांचली , पूजो मिनखा प्रीत ।
मिनखपणैं नै पूजतां , जग जाओला जीत ।।

राजस्थानी कविता

*राजस्थानी कविता*

बाणियो 'व्यापार' बिना,
दुल्हन 'सिणगार' बिना,
बीन  'बारात'  बिना,
चौमासो 'बरसात' बिना.....जचे ही कोनी।

बाग 'माळी' बिना,
जीमणो 'थाळी' बिना,
कविता 'छंद' बिना,
पुष्प 'सुगन्ध' बिना.....जचे ही कोनी।

मन्दिर 'शंख' बिना,
मोरियो 'पंख' बिना,
घोड़ो 'चाल' बिना,
गीत 'सुर-ताल' बिना.....जचे ही कोनी।

मर्द 'मूँछ' बिना,
डांगरो 'पूँछ' बिना,
ब्राह्मण 'चोटी' बिना,
पहलवान 'लंगोटी' बिना.....जचे ही कोनी।

रोटी 'भूख' बिना,
खेजड़ी 'रुँख' बिना,
चक्कु 'धार' बिना,
पापड़ 'खार' बिना.....जचे ही कोनी।

घर 'लुगाई' बिना,
सावण 'पुरवाई' बिना,
हिण्डो 'बाग' बिना,
शिवजी 'नाग' बिना.....जचे ही कोनी।

कूवो 'पाणी' बिना,
तेली 'घाणी' बिना,
नारी 'लाज' बिना,
संगीत 'साज' बिना.....जचे ही कोनी।

इत्र 'महक' बिना,
पंछी 'चहक' बिना,
मिनख 'परिवार' बिना,
टाबर 'संस्कार' बिना.....जचे ही कोनी।
         🙏🌹 जय श्री कृष्ण 🌹🙏

सोमवार, 23 दिसंबर 2019

चुनाव प्रचार 2020

हम तो चुनाव-प्रचार एकदम मुफ्त में करेंगे
पंचायत चुनावों की सरगर्मिया तेज है।पहले हमारे गांव में कई उम्मीदवारों ने दावेदारी  की थी लेकिन अब सिर्फ sc वाले ही दावेदारी कर रहे है। कई उम्मीदवारो नें तों  प्रचार भी शुरू कर दिया हैं कोई तो खुद का स्वार्थ सिध्द करने के लिए अपने चहजे दावेदारी के लिए मैदान में उतार कर प्रचार प्रारम्भ किया हैं परन्तु कुछ उम्मीदवार यह नही जानते कि चुनाव क्षेत्र मे बच्चो कि फौज एवं शिक्षा भी रोडा बन रहे है। कि शिक्षा के क्षेत्र में आठवीं पास ही पंचायती चुनाव में उम्मीदवारी नीभा सकता हैं। एवं जो व्यक्ति ऐसे हैं जिनके बच्चे चुनाव नियमों के दायरे में आ रहे है उन्हे यह तक पता नहीं है कि उनके विरोधी खेमे वाले लोग उनके बच्चों के जन्म के रिकार्ड खंगाल रहे हैं कई विरोधी लोगों ने तो कई विभागों से व स्कुलों सें रिकार्ड लेने के आवेदन भी लगाने की चर्चा में है। इस चुनाव में यह नियम है कि वर्ष 1995 तक दावेदारी करने वाले उम्मीदवार के चाहे कितनी भी संतान क्यों नही रही हो उसे 1995 में 1 संतान के रूप में ही माना जायेगा और यदि वर्ष 1995 से 2002 तक यदि किसी के 1 संतान हैं परन्तु यदि किसी महिला/पुरूष के इन वर्षो के अन्तराल में यदि 1 से अधिक संतान हुई है तो वह चुनाव नही लड सकता है। 1995 से 2002 तक यदि 1 संतान ही होगी तब उस महिला/पुरूष को दो बच्चो की माता-पिता मानते हुए चुनाव लडने की अनुमति दी जा सकती है।  शिक्षा के क्षेत्र में देखा जाये तों ग्रामीण इलाकों में उम्मीदवारों को ढुंढ-ढुंढ के निकाला जा रहा है। ऐसे देखा जाये तों कही-कही ग्रामीण इलाकों में महिलायें शिक्षा के क्षेत्र में ज्यादा ही पिछे है। जिससे पंचायती चुनाव में दिक्कते भी आ रही है। लेकिन सिनली गांव का कहा जाये तों sc महिला सीट की नोटरी खुलते ही ज्यादातर  युवा नौजवानों नें पंचायती चुनाव में अपनी अपनी पत्नीयो की दावेदारी कर रहे है। देखते है कि कौन होगा सिनली गांव का   संरपंच  वैसे उम्मीदवारों नें मन्दिरो में धोक लगाना व मन्नते मांगना शुरु कर दिया हैं।  अजमल कँवर रामदेव जी बाबा सबकी भली ही करेला ।

सरपंच चुनाव 2020

सरपंच चुनाव 2020
पद का नाम - सरपंच
योग्यता - 8v पास(अनपढ कोनी चालेला)
कुल पद - हर गांव मे एक ( घणा मत अङुडजो)
उम्र - 21 से ऊपर चलेगी( जिवता हो जब तोई )
वेतन - असीमित (घोटाळा करीया जाओ
मजा लिया जाओ)
आवेदन की तिथि- 28 जनवरी (लारे रेगा जिको भलेई खाज
खिणो)
परिक्षा की तिथि- 30 या 31जनवरी(तैयारी चालू कर दो नितर फेल ठोकिज जावो)
सेलेबस -हलवा ,दाल पुडी सब्जी (दारू ,
बियर, अमल डोडा री व्यवस्था इ अलग सूँ
राखणी पङी)
इच्छुक व्यक्ति 40-50 लाख रुपये जेब मे
हो तो ही आवेदन करे
फर्जी आवेदन मान्य नही होंगे
(थाकोङिया माथा फोङी मती करजो गुदङा बिक जावेला)

बदल गयी तसवीर गाँव की

>>> सुप्रभातम <<<
@@@
बदल गयी तस्वीर गाँव की,
कोई आहट नहीं पाँव की।
गलियारे लगते हैं सूने,
भाईचारा खत्म हो गया,
हर वस्तु के दाम दोगुने,
भूख मिटाना सपन हो गया।
मधुरस नहीं रहा भाषा में,
आवाजे हैं काँव-काँव की।
गाँव हुआ अब शहर-शहर है,
कोठी, बँगले, मॉल बने हैं।
झेल रही है कहर ग्राम्यता,
कब इनके अब दिन फिरने हैं।
आश्रय का अब नहीं ठिकाना,
नहीं रही अब जगह छाँव की।
बैलों की घण्टी की ध्वनियाँ,
और किसानों की टिटकारी,
कहाँ गयी प्यारी मुनियाँ की,
मधुर-मधुर सी वो किलकारी।
लुप्त हो गया जो नव-युग में,
खोज करूँ मैं उसी ठाँव की।

रविवार, 22 दिसंबर 2019

चुनावी कविता

✌ *चुनाव में एक कविता* ✌

सुणो मेरे गाँव के बंधे ।
मत छोड़ना अपने धंधे ।।
सरपंचाई रे चक्र मे ।
किसी दंबगाई रे फिक्र में ।।
मत करजो रिश्ते गंदे ।
सुणो समझदार बंधे ।।
बोट आते जाते रहेंगे ।
किसी को अपशब्द नही कहेंगे ।।
कोई हारें कोई जीते ।
पांच साल केई बार बीते ।।
सरपंच के प्रपंच मे मत लङजो ।
फालतु किसी से मत अङजो ।।
सुबह शाम करो प्रचार ।
अच्छे रखना अपना  विचार ।।

शनिवार, 21 दिसंबर 2019

सुभदन्ड ग्राम पंचायत में सिनली गाँव का काम

।। राम राम सा ।।
    अब चर्चा किस बात की करे सीट ही sc की आ गई है । मौन भी नही रहना है । जिस किसी को भी सरपंच  एवं वार्ड पंच चुनना हो तो जानकार को चुने । जो पंचायत की सारी गतिविधिया जाणता हो । नही तो सरकार से तो राशी आ जाती है पर हमारे वार्डपंच भी सतर्क नही रहते है कि ग्रामपंचायत के बजट का उपयोग कर सके पिछली बार हमारी ग्राम पंचायत ने राज्य सरकार से लगभग 7 सात करोड़ का कार्य करवाया है उसमे हमारे गाँव मे 6605000 साछठ लाख पान्च हजार का काम  सरकारी आंकड़ों के अनुसार बताया गया है जो इस प्रकार है आप सब देख सकते है कि हमारी समाज के लिये कितना कार्य हुआ है । क्यो नही हुआ ? क्योकि हमको सिर्फ बनना है करना कुछ नही है    सिनली ग्राम पंचायत मे कार्य 2015 2016 जीएलआर से देवासीयो के बास में पाईप लाइन कार्य दौ लाख 200000.0
हुकम सिंह व झुझार सिंह के घर के पास सार्व शोचालय सिनली तीन लाख 300000.0
भोमाराम मेघवाल के घर के पास सार्वजनिक शोचालय सिनली दौ लाख 200000.0

सार्वजनिक शोचालय नोहरों के पास सिनली दौ लाख 200000.0

टोटल 9 लाख रुपया

2016/ 2017

भोमाराम मेघवाल के घर के पास सार्व शोचालय सिनली एक लाख पचास हजार 150000.0
सिनली जीएलआर से देवासीयो के बास में पाईप लाइन कार्य एक लाख पचीस हजार 125000.0
सार्वजनिक शोचालय नोहरों के पास सिनली एक लाख पचास हजार 150000.0
हुकम सिंह व झुझार सिंह के घर के पास सार्वजनिक शोचालय सिनली एक लाख पचास हजार 150000.0
पुरखाराम के घर से रामदेवरा तक सीवरेज दौ लाख 200000.0

खरंजा मय नाली निर्माण मुख्य मार्ग से लादूराम के घर तक चार लाख अच्ची हजार480000.0
परिसित सिंह के घर से खनदेडी तक सीवरेज लाईंन एक लाख पचास हजार 150000.0
टोटल राशी = चौदह लाख पांच हजार 1405000            सिनली गाँव मे कार्य 2017/ 2018
पुरानी पोल से रतनाराम के घर तक पानी की पाईप लाईन कार्य एक लाख रुपये 100000.0
भाकरराम के घर से रामदेवरा तक सिवरेज डालना पांच लाख रुपये 500000.0

2018/2019
1 पुरानी पोल से रतनाराम सुथार के धर तक पानी पाईप लाईनं Sinli एक लाख 100000.0
2 प्रेमसिंह के धर के पास सार्वजनिक शौचालय Sinli एक लाख पचास हजार 150000.0
3 उम्मेदसिंह अंचलाराम के धर के पास सार्वजनिक. शौचालय Sinli एक लाख पचास हजार 150000.0
4 रामसिंह के धर के पास सार्वजनिक . टांका Sinli एक लाख 100000.0
टोटल पांच लाख 500000

वर्ष 2019 2020
1 सिवरेज लाईन पाँच लाख 500000.0
2 सिवरेज लाईन पांच लाख़ 500000.0
3 toiletशौषालय Sinli एक लाख पचास हजार रुपये 150000.0

4 चार दिवारी Sinli तीन लाख रुपये 300000.0
5 खरन्जा Sinli चार लाख 400000.0

6 toilet शौषालय Sinli पांच लाख़ 500000.0
7 kharanja खरन्जा Sinli 400000.0

8 kharanja खरन्जा Sinli चार लाख 400000.0
9 kharanja खरन्जा Sinli एक लाख 100000.0
टोटल 320000 बत्तीच लाख का काम   हुआ है ।हम वार्ड पंच भी ढंग का नही चुन सकते है कि गाँव मे समाज के लिये भी कुछ मांगे रख सकता हो । ग्राम पंचायत मे जाकर नास्ता  करके वापस आ जाते हैं।

गुरुवार, 19 दिसंबर 2019

राजस्थानी कविता-संग्रह

।। राम राम ।।
आधी रोटी भावै कोनी ,
दादोजी परणावै कोनी !
मन री बाता मन मं रैगी ,
भुवा मगंळ गावै कोनी !!
दादीजी कद क्हाणी केसी ,
कद चिंकली हुंकारा देसी
ऊपर स्युं डांफर बाजै है ,
राळी भी ओढावै कोनी
बापु खैत खङै रोजिना,
नित री राङ करै रोजिना
माऊ नै सगळा धमकाव ,
बापु नै कोई समझावै कोनी !!
गाय ब्यायगी बछियो ल्याई ,
घर बाखऴ मे धूम मचाई
सगळा कोड करै बछिये रा ,
बछियो ताबै आवै कोनी
बङकी बैटी बर्तण मांजै ,
खुङका स्युं अम्बर सो गाजै
रिसा बळती बर्तण फैंकैं ,
धिरेसी सिरकावै कोनी
नानुङो भी चुप नीं रैवै ,
बात आप री किण बिद कैव
एकै सांस रोवण लाग्यो ,
कोई भी बतऴावै कोनी
काकी गीत गोर रा गा री ,
चोकी पर सै धूम माच री
बङै मजै स्युं दांत दिखावै ,
कोई स्युं सरमावै कोनी !
कुण जाणै कद नींन्द आयगी ,
धीरे-धीरे रात छायगी
पौ पाटी जद आंख्या खुलगी ,
अब तो सपनो आवै कोनी
बालपणै री दुनिया छोटी ,
भाईङो कद चिन्ता ही मोटी
खैल-कूद , खाणै-सोणै के सिवा
ओर कीं अब भावै कोनी !

सरपंच निमंत्रण

एक दिन को मिल्यो सरपंच निमंत्रण पत्र
फूले फूले हम  बहुत फिरें यत्र तत्र सर्वत्र

यत्र तत्र सर्वत्र फराक्ति बोटी बोटी
व दिन अछि नाय लगी अपने घर रोटी

कहें काका कविराय लार म्होड़े से टपके
कर लादुवान की याद झीभ सयापन ली लपके

मार्ग में जब है गयी अपनी मोटर फ़ैल
दौड़ स्टेशन लायी तीन बजे की रेल

तीन बजे की रेल मच रही धक्कम धक्का
दो मोटे गिर परे पिचक गये  पतरे कक्का

कहें काका कविराय पटक दूल्हा ने खाई
पंडित जी रहे गये चढ़ गयो ननुआ नाई

नीच को करी थूथरो उपर को करि पीठ
मुर्गा बन बैठे हमहू मिली न कोऊ सीट

मिली न कोऊ सीट भीड़ मै बन गये भुरता
फिर ले गयो कोई हमारो आधो कुरता

कहें काका कविराय परिस्तिथि विकट हमारी
पंडित जी रहे गये उन्ही पे 'टिकस' हमारी

मंगलवार, 17 दिसंबर 2019

कथा प्रसंग 3

जटायु रो मेसेज आयो हो के सीता माता रो हरण पक्को  रावण ही करीयौ है ।  रावण रे मोबाइल री लोकेसन दैखता ही ठाँ पडगी के रावण लन्काजी मे पुगौ है ।सीताजी री खोज करवा रे वास्ते राम जी मेसेज कर हनुमान जी ने बुलाया अर सीता जी ने पाछी लावण सारू हनुमानजी भी हुँकार भर दी  
हनुमान जी भगवान राम सूँ  आज्ञा लेय अर जद सीता माता री खोज मे लंका जावण  वास्ते रवाना हुवण लागा जणा  राम जी  हनुमान ने  एक Samsung  रो मोबाइल अर उणमे जीयो सीम लगाय अर बोल्या के हनुमानजी  "keep in touch" और माता सीता सूँ  मिलो जद विडियों कॉल करणा मत भुलजौ। हनुमान जी बोल्या के रोमिंग लागेला, जणा  राम जी बोल्या के बिल्कुल फ्री है 499 वालो प्लान डाल्योड़ो है,आपरे कनै  तीन महीने पुरो वखत है। अबे आप जल्दी सूँ  सीता माता खोज खबर करजौ  नी तो  प्लान खत्म हुय जावेला । 
हनुमान जी हाँ मे माथौ  हिलायो अर, लंकाजी सामी पवन रे साथे उड़ता उडता रवाना हूगा। 
हनुमान जी पवन रे साथे जद  समुद्र पार कर रहया हा । समुंदर रे मार्ग  में सुरसा नाम री राक्षसी मिली । ऊणै हनुमानजी ने खावण रो  प्रयास करीयौ । सुरसा हनुमानजी ने खावण आपरौ मुन्डो  खोलयो  जणा  हनुमान जी आपरौ रूप छोटो बणाय उणरे  मुण्डा घुस ने  कान रे रास्ते सूँ  बाहर आ ग्या ।  हनुमानजी ने पैलो  विड़ियो कॉल रामजी ने  कियो । हनुमानजी राक्षसी सूँ  पीछा छुड़ाय ने आगे बढ़ ग्या।

लंका जी  पहुँच हनुमानजी सबसूँ पैहली बिभीषन सूँ  मिलीया । दोबारा विड़ियो कॉल कर बिभीषण रो introduce कियो। अर बोल्या  कै एतौ आपरा  परम भक्त है। जणा  रामजी उणने friend request भेजी अर बोल्या के लन्काजी री लड़ाई जीत्या पछे  पार्टी  दैवुला ।अर थानै लंका रो राजा बणाय   देसूँ 
हनुमानजी अशोकवाटिका मे थौड़ा रुन्खाड़ा  जड़ों समैत उखाड़कर फैंक दिया सेनिक पकड़ ने रावण दरबार मे पेश कर दिया अर कहयो के इनरे पूँछ मे आग लगाय दो
ऊण रे बाद हनुमानजी रे  पुँछ मे आग लगाय दी  अर  हनुमानजी लंका ने जलावणौ  शुरु कर दियौ , उणी टैम  रामजी रो कॉल आयो अर हनुमानजी ने फेसबुक  लाईब आवण रो कह्यो , जलदी सूँ  हनुमानजी फेसबुक पर लाईब हो आग्या ।  रामजी लंकाजी रो लाईब जलते हुये देख्यो ।  लंका जी ने जलता देख्या  पछे रामजी अति प्रसन्न हुग्या ।

अठिनै  लंका जी ने जलता देख रावण ने होमलोन री चिन्ता सतावण  लागी।

हनुमानजी सीता माता सूँ  मिलता ही  रामजी ने अंतिम विड़ियो कॉल कर सीता माता सूँ  बात कराय दी  ।

रामजी सीता माता विडियो कॉल पर बात करता भावुक हुगी । जणा राम जी सीताजी ने  जल्दी सूँ  मिलणा रो आश्वासन दियों । अर हनुमानजी ने पाछा बुलाय  दिया ।

विभीषण ने रावण ने समझावण री घणी कौशिश करी कह्यो के राम जी सूँ   बैर नी  लेंणौ । रावण ने रीस आयगी । रावण ने विभीषण रो अपमान  कर अर लंका सूँ  निकाल दियो। विभीषण रामजी के शरण में आयो अर रामजी विभीषण ने लंका रो राजा घोषित कर दियो। रामजी लक्ष्मण हनुमानजी  वानर सेना समुद्र मे पुल बनाय ने लन्काजी पुगा । रामजी व रावण रे  साथै घोर युद्ध हुयो ।  आखिरकार  रावण रामजी रे  हाथों सूँ  मारीजियो । विभीषण ने लंका रो राज्य सौंपे ने रामजी सीता जी लक्ष्मण रे साथे पुष्पकविमान माथै  बैठ अर अयोध्या रवाना होग्या ।आयोध्या WhatsApp मेसेज कर ने  फटाका लावणा रो कियो माटी रा दिवो रो ओर्डर दियो ।

कथा प्रसंग 2 दिन

कथा प्रसंग रामायण का सुष्म भाग

एक बार जब सूर्पणखा भगवान रामजी री प्रोफाइल फिक्चर (DP) देखर , उणारे रुप  सूँ  मोहित  होय अर  रामजी ने फेसबुक पर  friend request भैज दी।  रामजी ने friend request accept नी करी। जणा  सूर्पणखा स्वयं भगवान राम जी के सन्मुख  आई , और राम जी रो रूप देख अर असरज कर  उणारे रूप का गुणगान करवा लागी,कैवण लागी कै राम जी थै म्हांनै दायँ आयगा।  और ऊण तो रामजी समक्ष  ब्याव करण री बात कर दी । अर सभी जणा रे सामने "आई लव यू"  कह दियो । ईतरौ  देखता ई  माता सीता जी ने रीस आयगी । अर बठा सूँ रवाना हुगी । माता सीता जी को जावती देख अर रामजी सूर्पणाखा ने कहयो, के म्हारी शादी तो सीता जी सूँ  हुगी , पण थूँ  फुटरी अर रुपवती तो घणी है ।, वन मे जाय अर म्हारौ छोटो  भाई लक्ष्मण ने देख ले बो म्हारे सूँ भी रूपवान है,,भगवान राम जी  सूपर्णखा ने लक्षमण री प्रोफाइल फिक्चर (DP) बताई। इतरौ सब देख सूर्पणखा लक्ष्मण रो इरादौ समझ गई, लक्ष्मण जी ने  सूर्पणखा रे मनसा री बात पैला सूँ  ठाँ  ही , उणरौ मकसद दुजौ हो । मौकौ देखर   लक्ष्मण जी ने सूर्पणखा रो नाक काट दियो ।

बहन सूर्पणखा रो ऐडो  हाल देख अर रावण ने रीस आयगी । अर माता सीता रो हरण करवा रो प्लान बणा  दियो।
रावण माता सीता रे मोबाइल रौ  लोकेशन ट्रेस कर ने  ऊणाँ पुग गियो।

अठिनै  रामजी, माता सीता रे request सारू ( golden) सोवनियो मिर्गो  हिरण रो शिकार करवा ग्या । क्योकि  माता सीता मृग री खाल सूँ  आपरे एक काँसली सिलवाणी ही । थौडो आपरी कुटिया रो decorate भी  करणों हो।

लक्ष्मण जी एक सीता माता री कुटिया मे लकीर खिन्स  (firewall ) ने माता उर्मिला सूँ  whatsapp मे गप्पो मे लागगा ।

ऊठीने  रावण marketing executive रो रुप बदल ने  माता सीता जी के समझावण लागगा नैड़ा आय कर  नुवौ 4G मोबाइल बेचणा री कौशिश करता थका  माता सीता मोबाइल देखणा रे चक्कर मे आगे सरकगी  लक्ष्मण द्वारा बनाया (firewall) लकीर  पार कर गी।अर रावण मौका देख अर माता सीता जी रो हरण कर अने  आपरे साथ लंकाजी लेय ग्यो।

अठीनै  रामजी पासा  घर आय अर माता सीता री खोज की तो उठे नी  मिली।

रामजी ने बहुत रीस आयगी  अर लक्ष्मण जी ने  पुछियौ । अरे लक्षमण सीताजी कठे ग्या।   लक्ष्मण जी तो  माता उर्मिला सूँ  whatsapp चैटिंग मे व्यस्त हा।

सीता जी को कुटिया मे नी दिखणा सूँ  रामजी और लक्ष्मण जी दोनू जणा  माता सीता रा नम्बर डायल करिया ।  मोबाइल not reachable और gps disable बताय रियो हो ।

राम जी व्हाटसअप  कर ने सगला ग्रुप मे भेजियो । थौडी देरी रे बाद जटायू रो  whatsapp आयौ के सीता माता रो रावण ने हरण कर लियो है। सीताजी ने लेय अर सिधो लन्काजी पुगो है ।