बुधवार, 4 दिसंबर 2019

राजस्थान पंचायत चुनाव 2020

।। राम राम सा ।।
मित्रो आजकल डिजिटल युग मे सब कुछ सम्भव है । मल्टीमीडिया से सब कुछ आदान प्रदान हो जाता है । एक सेकेन्ड मे दुनिया के कोने कौने से समाचार आ और  जा सकते है ।
मित्रो राजस्थान मे  पौने दो महिनो बाद पंचायतीराज के  चुनाव होने वाले है....देसावरी लोग दिसावर में बैठे बैठे वाटसअप फेसबुक पर खड़े हो रहे है....!! कोई सरपंच तो कोई पंचायत समिति सदस्य  जिला परिषद सद्स्य का टिकिट की आस लगाये बैठे है और  बड़े नेता भी उन्ही से आस लगाकर बैठे है कि पैसो का जुगाड़ वही कर सकते है हारे या जीते हमे क्या..... !!
सामान्य जाति के युवक भी अभी से फेसबुक पर खड़े हो रहे है.....लोग  "जय हो,जय हो" बधाई हो....  करकर उन्हें भारी मतों से जीतवा रहे है....जबकि अब तक पद की सीट भी घोषित होनी बाकी है....!!

आजकल मन्दी का दौर भी बहुत  है कोई भी क्षेत्र हो इन्वेस्ट करने का मन ही नही करता है। प्लॉट व ग्वार ने भी बहुत डुबोया है । लोग देसावर में दुकान करके बैठे है तो सोचते है कि बीस पच्चीस लाख इन्वेस्ट  करके पांच साल मे इनको  चार गुना किया जा सकता है।  दस लाख खर्च करके शराब के पव्वे बाँट देंगे बाकी डोडा.....  ....दिन रात मज़दूरी कर शारीरिक कष्ट झेल रहे लोगो की "ढोला-मारू" पीलाकर उनके दुःख हर लेंगे और साथ में उनके वोट भी ले लेंगे

अब कई लोग जिनके घर में उनके कहने के उपरान्त चाय भी नही बनती हो....बोलने से बोल नही आता हो...जिन्हें गाँव के इतिहास,वर्तमान का ज्ञान नही और ना ही भविष्य की योजनाओं का.....
ऐसे लोग भी अपनी सदबुद्धि के आधार पर खड़ा होना चाहते है...!!

अरे सरपंच बनना है तो ऐसे बनो...कि लोग जन्मों-जन्मों तक तुम्हे याद करे...गाँव के इतिहास को सहेजते हुए...वर्तमान परिस्थितियों का आकलन कर...भविष्य का कार्ययोजनाएं बनाओ...ताकि गाँव का उद्धार हो सके.....!!
लोग यह भी कहते सुने गए है कि इस बार मेरे जाति का सरपंच बनना चाहिए,जैसे कोई गाँव का सरपंच नही,अपना रिस्तेदार  चुन रहे हो....!!
अरे भाई बनना भी हो तो ऐसे उम्मीदवार बनो कि हार भी जाओ तो तुम्हारे हारने का गम तुम्हे नही लोगो को हो......!!
लोग जीवनभर सोचते रहे कि हमने कांच चुनते चुनते किसी हीरे को खो दिया.....
पढ़े-लिखे हो तो अपने विवेक का प्रयोग करना भी सीख लो....किसी को अप शब्द मत बोलो ताकत का घमंड मत करो । सेवा करने लिये  अपने गाँव का सेवक चुनो....
बड़े-बड़े वादे करने वालो से स्टाम्प-पेपर पर क्या-क्या काम करोगे,वह लिखवा के लो.....!!
अन्यथा 60-70 वर्ष की ज़िंदगी यूंही गलतफहमी में जीते जीते काट लोगे.....
और हां एक और बात...पैसे कमाना हो तो धंधा करो....पैसे कमाने के लिए इस क्षेत्र में कभी मत आना....और अगर चाह हो कुछ बदलाव करने की तब अवश्य ही मन बनाओ....
बड़े-बूढो से राय-मशवरा करो...सबकी इच्छा हो तो अपने काँधे पर जिम्मेदारी का भार अवश्य लो
गुमनाराम पटेल सिनली

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें