बुधवार, 18 मार्च 2020

कोरोना वायरस का डर

।। राम राम सा ।।
मित्रो विश्व  मे विज्ञान ने भले ही कितनी ही तरक्की की है  लेकिन आज पूरा विश्व  एक छोटे  से कीटाणुओं से जो खुली आँखो से दिखता  भी नही उनसे इतना डर गया  है की अपने आप ही घरो मे कैद होकर रह गया है ।दुनिया के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक मिलकर लगातर इसकी दवाई बनाने में लगे हैं किंतु अभी तक किसी भी कारगर औषधि की खोज नहीं हो पायी है। चूँकि यह एक संक्रामक रोग है इसीलिए इसे फैलने से रोकने के उपाय करने चाहिये। इतिहास गवाह है किविश्व मे ये महामारी कोई पहली बार नही आई है पहले भी बहुत बार ऐसी बीमारियाँ आई है लाखौ  करोड़ो लोग काल मे समा जाते थे ।फ्लेग, चेचक,हेजा आदि जैसी कई घातक बीमारियाँ थी  दवाइयों का अभाव था लेकिन अब विज्ञानियों का दौर है। 
लेकिन हमे यह कदापि नही भुलना चाहिये कि सृष्टि पर सिर्फ हम मानव  का ही अधिकार हो बाकी किसी भी मूक पशु-पक्षियों कीट कीटाणुओ बिल्कुल अधिकार  नही ?हमे जीने के लिए प्रकृति की भी आवश्यकता होती है। आज पूरी दुनिया में मानव पशु-पक्षियों किड़े मकोड़े को अपना आहार बना रहा है। तो फिर मानव आज इस छोटे से सूक्ष्म जीव से डर क्यो रहा है?
आज पूरी दुनिया के साथ साथ हमारे देश मे भी
कोरोना के खौफ का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि हाल ही के कुछ दिनो मे  लाखौ यात्रियों ने अपनी बसो, हवाई,और  रेल यात्राएं रद्द कर दी ।,सिनेमा हॉल, रेस्टोरेन्ट ,मॉल ,खाली ही नजर आ रहे है ।   
ये बात तो साफ है कि इस बीमारी के बारे में भारत मे बेहद सतर्कता बरती जा रही है। इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा देखें तो तस्वीर उतनी खतरनाक तो नहीं दिखती है। हालांकि इस मामले में भी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
सरकार जिस तरीके से इस हफ्ते मे जितनी  सचेत दिखी उसी तरह से अगर जनवरी माह से सचैत हो जाती तो शायद भारत  मे आज एक भी कोरोना संक्रमित मरीज ना मिलता ।
आज हमारे देश में छोटे से लेकर बड़ा व्यापार ठप्प हो गया है ।
फिर भी इतना तो तय है कि इससे अर्थव्यवस्था को कहीं ज्यादा नुकसान होगा और इससे जो परेशानी होगी, उसकी भरपाई इतनी आसानी से नहीं हो पाएगी।
वैसे कोरोना को लेकर हमें सतर्क तो रहना चाहिए, लेकिन जरूरत से ज्यादा घबराना भी नहीं चाहिए।
लोग पहले से ही डरे हुए हैं और इस स्थिति को सोशल मीडिया ने और ज्यादा बिगाड़ दिया है। सोशल मीडिया पर ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही हैं, जिससे लोग बहुत ज्यादा घबड़ाहट  में आ गए है।
पूरी दुनिया भले ही हमारे भारतीय रीति रिवाजो पर हँस रही थी आज भारतीय परम्पराओं को दूनियाँ ने भी माना है। चाहे रहन-सहन की हो या खानपान की हो ।
मित्रो डरने की जरुरत नहीं है सतर्क रहने की जरूरत है।  लोभ-लालच में नहीं रहे । अभी तक जो भी व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाये है वो सभी विदेशों से ही आये हुए हैं। बाकी जिसने हवाईअड्डे से टेक्सी मे लेकर आये या उनके परिवार वाले मे ही कोरोना पोजिटिव पाये है । 
अब हमे निर्देशो का पालन ज़रूर रखना है
वैसे तो हमारे प्रधानमंत्री जी पाँच साल से ही हमारे देश मे साफ़ –सफाई के बारे बता ही रहे है   यह बात अब हमें सबको बतानी है सभी लोगों में सजगता को जगाना है हाथ व गले  ना मिलाकर सिर्फ नमस्ते व अपने हाथ जोड़कर ही अभिवादन करना है  हमे यात्रा के दौरान मास्क पहनकर जाना होगा  अपने हाथों को रगड़-रगड़ कर धोना होगा  तब ही हम कोरोना वायरस को   हरा पायेंगे ।
गुमनाराम पटेल सिनली

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