राम राम सा
मित्रो विश्व मे कोरोना वायरस के चलते अफरा तफरी मची हुई है। आज हमारे देश में प्रधान-मंत्री मोदीजी के आव्हान से जनता कर्फ्यू लगा हुआ है । लोग पूरी तरह से पालना भी कर रहे है । देश के सभी बड़े मंदीर, अपार्टमेंट, सिनेमा हाल छोटी बड़ी दुकाने आदि सब बंद है, शहर बंद है ,पूरा देश बंद है, लेकिन हमारी सुरक्षा में तैनात, पुलिस विभाग, आर्मी ,पैरामिलिट्री
फोर्स को, मेडिकल डिपार्टमेंट को, जो बंद के दौरान, आम जनता की सेवा करने मे लगे हुये है ।उन सभी को धन्यवाद है जो इस सेवा मे रात दिन लगे हुये है । हमारे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 31 मार्च तक लोकडाउन की घोषणा भी एक अच्छी पहल की है । अगर एक दो दिन मे कोरोना वायरस के मामले और बढे तो पुरे देश मे भी लोकडाउन घोषणा करनी पड़ सकती है। सचैत रहना ही बेहतर होगा । पिछलै तीन चार दिन से डर के मारे बड़े शहरों से लोग बसो व ट्रेनों द्वारा गाँव भाग रहे है जो एक गलत निर्णय है। एक तरफ तो भिड़ नही करने के लिए कह रहे हैं और ये लोग इतनी भिड़ मे यात्रा कर रहे थे कि अगर पूरी बस मे एक भी व्यक्ति संक्रमित हुआ तो आप अपने पुरे गाँव को संक्रमित कर दोगे । इसलिये जहाँ हो वही रहो । संक्रमण से बचने के लिये निर्देशो का पालन करो ।
चीन के आकड़ो के अनुसार तो कोरोनावायरस से संक्रमित प्रति एक हज़ार व्यक्तियों में से नौ व्यक्तियों की मौत होने की आशंका है. लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद किसी व्यक्ति की मौत होने या उसका बच जाना तमाम अलग-अलग कारकों पर निर्भर भी करता है.अगर कोई पहले से ही किसी को गम्भीर बिमारी है तो उनके उपर थौड़ा ज्यादा असर होता है ।डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना वायरस का पीरियड या संक्रमण होने और लक्षण दिखने तक का वक्त - लगभग 14 दिन है. अब तक जो मामले सामने आए हैं उनके आधार पर कहा जा रहा है कि संक्रमण के 5 दिन के भीतर लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं.
लगभग 80% लोगों के लिए ये फ्लू जैसे लक्षणों के साथ मामूली बीमारी की तरह दिख सकती है. अधिकतर लोगों में इसके प्रारंभिक लक्षण बुखार और सूखी खांसी होते हैं और इन लक्षणों से आप एक हफ्ते में रिकवर भी हो सकते हैं. कई लोगों को तो शायद पता भी नहीं होता है कि उन्हें कोरोना संक्रमण है.
चीन में जो लोग इस वायरस के कारण ज़्यादा बीमार थे, उन्हें करीब 3 हफ्ते तक अस्पताल में रखा गया. कई लोगों की मौत हुई और ज़्यादातर लोग वापस ठीक भी हो गए हैं.
चीन की गलती का सबक लेते हुये हमे सावधान रहना चाहिए
वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकारों और प्रशासन के पास स्कूल बंद करने का अधिकार होता है. इसको फैलने से रोकने के लिए दुनिया के कई देशों में सरकारों नें स्कूल बंद किए हैं"
मित्रो हमारे देश मे यदि समय रहते सावधानीयाँ नही बरती तो मामला गम्भीर हो सकता है क्योकि स्वास्थ्य सेवाओं के मामले मे हमारा देश की सरकार बहुत ही पीछे है। निजीकरण को बढ़ावा ज्यादा दे रही है । सरकारी सेवाओ को देखा जाये तो अगर हमारे यहां किसी को सड़क हादसे में चोट भी लगती है तो उसे इमर्जेंसी में भी भर्ती कराने की जगह नहीं मिलती है . ऐसे में अगर कोरोना जैसा संक्रमण लाखों लोगों में फैल गया तो हमारा स्वास्थ्य तंत्र इसे संभाल भी नहीं पाएगा.
भारत के पास दुसरे देशो जैसी क्षमता नहीं है कि एक सप्ताह में अस्पताल खड़ा कर दे. फिर भी कोशिशें तो जारी है पिछले पन्द्रह दिनो से जगह काम चल है लेकिन इतनी बड़ी आबादी के लिये पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं हो सकता है । चीन जैसा देश भी कोरोना के सामने बेबस नज़र आया. आज दुनिया के किसी भी देश में अगर लाखों लोग कोरोना जैसे संक्रमण के शिकार हो जाएं तो वो देश तो डगमगा जाएगा."
इसीलिये मित्रौ मेरा तो इतना ही कहना है कि
कोरोना वायरस के बचने के लिए निर्देशो का पालन करे। इस बुरे वक्त मे गरीबो की मदद करे
भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
किसी से भी मिलने पर उससे दूर से ही नमस्ते करें। पर्याप्त दूरी बनाए रखें। यदि किसी को तेज बुखार, सर्दी जुकाम है तो तत्काल डॉक्टर से सलाह लें।अपने हाथ बार बार साबुन से धोते
रहे ।अपने मुँह, नाक व आंखों को बार बार न छुएँ। यदि बाहर भीड़ वाले स्थानों पर जाना ही पड़े तो मास्क जरूर पहने। नियमित योग व प्राणायाम अवश्य करें। खानपान का विशेष ध्यान रखें
यहाँ वहाँ थूकें नहीँ । अफवाह न फैलाएँ।
सर्दी जुकाम के लक्षण मिलने पर नीम हकीम भौपा-भड़ा के चक्कर में बिल्कुल न पड़ें।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें, स्वस्थ रहें।
गुमनाराम पटेल
रविवार, 22 मार्च 2020
कोरोना से बचाव के निर्देश
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