सोमवार, 30 मार्च 2020

छौरा तरसाड़ा तौड़े है

।। राम राम सा ।।
आज री इण विगत घड़ी मे कोरौना माहमारी सूँ हैरान महानगरो मे रैवण वाला प्रवासी छौरा घणा दुखी है। अठै रा जाया जलम्या छोरा आपरै घर आवणा सारू तरसाड़ा तौड़े । आपरी आन्गलियौ माथे दिन गिणे घन्टा गिणे नैतावा रौ खौज घमावे  के ऐ नैता आप रै जितण रै वोटा रै खातिर तो बस टरेन लगावण सारू होड़ लगावता हा अर आज म्हे इण भीड़ भडाका मे मौत रे मुंडे बैठ्या नजर नी आ रहया हा।अपणा सवारथ  रे खातिर नेता कुछ भी कर सके । नेतावों रौ कैहणौ भी साचौ है के जठै हो वठै रौ अठै बिमारी मती लाऔ । पण ऐ छोरा कैवे है कि  बिमारी तो लखपती मिनखौ अर नेताऔ रे मान्गेने लायौड़ी है। लागे है कि आज री खबरों देखी है ।ऐ घरवालो ने कैवता की राज रे काम सूँ दिल्ली जाऊ कोई कैवता मथुरा जी दरसण करवा जाऊँ  अर पाँच दीनौ थाइलेन्ड़ री सैर कर आवता हाँ । लारला पांच सात दिनौ सूँ  विदेस जावण वाळा रौ डाटा सम्भालिजियौ जणा घणा मिनखौ री पोल खुलगी। म्हारौ तो कैणौ ओ है के थौड़ा दिना इन्तज़ार करौ नेताओं रे भरोसे मत रहयो।  द्वारकानाथ बैडो पार करसी । नेता तो आप आप रे प्रसार मे लाग्योड़ा है।
जठै ताईं इण नेतावा रौ बस चल सके उठा ताईँ  सरकारी मदद रै दाणा दाणा माथै  खुद के नाम रौ ठप्पौ लगाय देवणा री कोसिस करै ।"
इक्का दुक्का नेताओ ने छोड़ अर चुनावा मे लाखौ करौड़ौ खरच करण वाला नेता
आज देश री संकट री घड़ी मे एक रिपियौ बारै काडण री कोसिस नी कर रहया है । एक कहावत है कि टीपे टीपे सूँ घड़ौ भरीजै भारत देश री इण धरती माथै आज भामाशाहो री कमी तो नी  है । संकट री घड़ी मे भामाशाओ रौ भरपूर समरथन है ।नेता सरकारी कोष सूँ एक दौ  लाख रुपया री फगत वात करणी (दैवणा नी है )इत्तो कह अर खुद नै दानवीर कर्ण सूँ कम नी आन्क रिया है।नेताओँ रा चमचा घणी ही लूंठी लूंठी बाता  रा बखाण करै  पण साची बात तो आ है कै आम आदमी अजै ताई देश रा सहरा सूँ पाळा आपरे गाँव पलायन करै रहया है। भूखा तिरसा ही चाल रहया है।हालत में कोई सुधार नीं व्हियौ नेता  मन में मोटा भलांई व्हो पण इण सूं गरीब मजदुरा री हाय जरुर लागैला ।
नेता बैठा बैठा डिंगा हाँके अर उणारा चमचा फेसबूक वाटसप माथै ऊणरी वाहवाही कर रहया है मतलब "हांती थोड़ी अर हुळ हुळ घणी करै
जिण  महामारी सूँ आज पुरौ विश्व रै साथै आपारौ देश जूझ रहयौ है ईण मे नेतावों रै ऊपर खासी बड़ी जिम्मेदारी बणै हैं । आज ईण्ं  नेताओँ रा चमचा घणी ही वाह वाह कर रैह्या है दस किलो आटो देय अर दस फोटो खींचावता पण नी थाक रहया है।  पण साची बात तो आ है कै इण सूं भामाशाहो  री गाढी कमाई री राशी  लाली रे लेखे लागण सूँ  कोई टाळ नीं सकेला।  
राजनेता इण केन्द्र सरकार री सगळी योजनावांओ  रौ रायतौ बणावता दीखै है । जिण नेता आज ताई एक रूपया रौ दान नी करयौ वै  राजनेता ही भामाशाहो नैं देस भगती अर कानून रौ पाठ पढावै रहया है । छौरा रा माँ बाप ही कैवे के जठै बैठा हो बठै ही रैहवो थांरै खाणा पीणा रैवणा री कोई कमी नी है तो आवणा सारू क्यू जिद्द करौ । पण छौरा आवणा सारू घुमरीयाँ घाल रीया है।  म्हांनै तो आ लागे है कि छौरा रे  मिराज गुटखा री कमी पड़गी वैला। गणाकरा भाई रै खौबा सुखिजण लागा व्हेला। म्हारौ तो आप सगळा प्रवासियों ने औ कैहणौ है कै पन्द्रहां दिना ताईं छाती काठी राखजौ आप रौ ठायौ छौडवा री कोसिस मत करजौ । 


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