मीठी बोली मारवाड़ री।।
अळगी रेवै आँधियां,
रीस टीस रे धंधुकार री !
च्यारु दिस में दिखे रोशणी,
बेलीपे रे प्यार री !!
"महिपाल" थाँ मिनख जोर रा,
अर जोर आपरी यारी है !
हँसता रईजो हरदम आप तो,
आ हँसी म्हाने प्यारी है !!
कामयाबी री चोटी माथै,
कदम आपरा राखजौ !
हिरदै सुं थाँने देवुं बधाई,
स्वाद मिठास रो चाखजौ !!
बेलीपे रे रस्ते माथे चलतां ने,
ना चुभै भी लकङी बाङ री !
हरदम आप बोलता रहिजो
अपणी मीठी बोली मारवाड़ री !!
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