शुक्रवार, 2 अगस्त 2019

श्लोकशः 1

श्लोक – सदा भवानी दाहिनी, सनमुख रहे गणेश,
पांच देव रक्षा करे, ब्रम्हा विष्णु महेश।।

श्लोक – तुलसी नर का क्या बड़ा,
और समय बड़ा बलवान,
काबा लूटी गोपिया,
वही अर्जुन वही बाण।
समय समय में होत है,
और समय समय की बात,
एक समय का दिन बड़ा,
एक समय की रात।।

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