वारि जाऊ रे गुरु बलिहारी जाऊ रे
मेरे सतगुरु आगन आया में तो वारि जाऊ रे ...१
वारि जाऊ रे गुरु ने बलिहारी जाऊ रे
मारा धिन गुरु आगन आया में वारि जाऊ रे ... १
मारा सतगुरु आगन आया में गंगा गोमती नाया .१
मारी निर्मल हो गयी काया रे में वारि जाऊ रे ...२
वारि जाऊ रे गुरु बलिहारी जाऊ रे
मेरे सतगुरु आगन आया में तो वारि जाऊ रे ..१
ओ मारा सतगुरु दर्शन दिना मारा भाग उदय कर दिना ...२
मारा भूल भरम सब छिना ...२
वारि जाऊ रे गुरु बलिहारी जाऊ रे
मेरे सतगुरु आगन आया में तो वारि जाऊ रे ..२
सब सखिया मिल आवो, केसर का तिलक लगावो रे
ऐ गुरु देव को बधावो में गुरु ने वारि जाऊ रे
वारि जाऊ रे गुरु बलिहारी जाऊ रे
मेरे सतगुरु आगन आया में तो वारि जाऊ रे ..२
आ सतसंग बन गयी भरी गावो मंगला चारी
ओ मारे खुली मनडा री बारी ओ में सतगुरु ने वारि जाऊ रे
ओ मारे खुली ह्रदय की खिड़की रे
वारि जाऊ रे गुरु बलिहारी जाऊ रे
मेरे सतगुरु आगन आया में तो वारि जाऊ रे ..२
नारयण दास जस गावे गुरुदेव ने मनावे ..२
अरे मारो बेड़ा पार लगावे जी में वारि जाऊ रे मारा गुरुदेव ने
वारि जाऊ रे गुरु बलिहारी जाऊ रे
मेरे सतगुरु आगन आया में तो वारि जाऊ रे ..२
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