।। राम राम सा ।।
श्री राजाराम जी महाराज की भविष्यवाणीयाँ जो आज से 100
वर्ष पहले की गई थी ,जो आज सत्य सिद्ध हो रही है लगभग हो भी गई है ।
सुणजो रे संसारी लोगों ऐसा जमाना आवेला ।
धर्म पुण्य में ध्यान न धरसी , पाप घणो बध जावेला ।
देवों ने पूजे नहीं पापी , गोविंद ने नहीं गावेला ।
गंगा गयो पाप घण लागे , पापी यूं फरमावेला ।
दया कियां तन दरद उपजे , दान किया दुख पावेला ।
पंडितों ने पूछे न कोई , गुरडा वेद सुणावेला ।
चेलकिया गादी चढ बैठे,गुरुजी ने ज्ञान सुणावेला ।
भाई ने भाई नहीं जाणे , दुसमण जीऊं देखेला ।
बेटा बाप रो केयो नी माने , घुड्क तणा अखडावेला ।
बुढलिया में अकल नहीं अब , पागल के बतलावेला ।
नेम धर्म अरू कर्म तज देसी सब दिन टका कमावेला ।
ईश्वर ने ईश्वर नहीं जाणे , आप ब्रह्मा बण जावेला ।
काली मात चलावे चक्कर ,भेरू धमक बजावेला ।
स्त्रियां गेणो तज देसी , दो दो चूडी राखेला ।
सुहाग भाग सब छोडने बेना , केशो ने सुलजावेला ।
जात पात री रीत न रेसी , एक जात बण जावेला ।
भांभी भील सरगरा संग में ,भंगी भोजन पकावेला ।
राजाराम कहे मेरे बंध्वा कर्म धर्म हट जावेला ।
कुदरत ऐसी आय बणेला , सभी एक होय जावेला ।
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