बुधवार, 21 अगस्त 2019

महंगाई की अपेक्षा किसानो की आय मे भारी गिरावट

राम राम सा
मित्रो 1925 में 10 ग्राम सोने का मूल्य 18 रुपए और एक क्विंटल गेहूं 16 रुपए का होता था.
#1960 में 10 ग्राम सोना 111 रुपए और एक क्विंटल गेहूं 41 रुपए का था.

आज 10 ग्राम सोने का मूल्य 30,600 रुपए है, तो एक क्विंटल गेहूं महज 1725 रुपए का है.
#1965 में केंद्र सरकार के प्रथम श्रेणी अधिकारी के एक माह के वेतन से छह क्विंटल गेहूं खरीदा जा सकता था.

#आज उस केंद्रीय कर्मी के एक माह के वेतन से 30 क्विंटल गेहूं खरीदा जा सकता है.

यह तुलनात्मक आंकड़ा साबित करता है कि सभी सरकारों ने मिलकर किसान को रोंदा है , किसानों के श्रम का सम्मान कितने अन्यायपूर्ण तरीके से करती चली आ रही है ! सरकार कृषि उपज का जो समर्थन मूल्य घोषित करती है वह देश की लगभग 60 फीसदी से अधिक आबादी के सम्मान और समानता से जीने के मौलिक अधिकार का सीधा-सीधा उल्लंघन है !

आखिर क्यों किसान को पिछड़ने पर मजबूर किया गया ! पूंजीवाद की मानसिकता ने आज गहरा असंतुलन का गड्डा खोद दिया है जिससे निश्चित ही राष्ट्र को विनाश के मार्ग से होकर गुजरना पड़ेगा !

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