गुरुवार, 29 अगस्त 2019

राजस्थानी भजन - थाली भरकर लाई रे खिन्सड़ौ

भजन

थाली भरकर लाई रे खीचड़ो

थाली भरकर लाइ रे खीचड़ो…………………..

थाली भरकर लाई रे खीचड़ो , ऊपर घी री

बाटकी,

जीमो म्हारा श्याम धणी , जीमावे बेटी जाट की |

करमा बेटी जाट की , आ करमा बेटी लाडकी | |

जीमो म्हारा ………….

बबो म्हारो गांव गयो है , ना जाणे कद आवैलो ,

उणरे भरोसे बैठो सांवरो , भूखो ही रह जावैलो |

आज जिमाऊ थने खीचड़ो , घाल राबड़ी छाछ की |

जीमा म्हारा …………….

बार बार मंदरी ने ढकती , बार बार पट खोलती ,

कैयां कोनी जीमो मोहन , कडवी – कडवी बोलती |

तू जीमे जड़ मे जीमुंगी , मानू न में लात की | |

जीमो म्हारा …………….

गरजा करती करती करमा , भैरुरी बिलिया व्है गई ,

क्यू तरसावे थाली सांवरा , काई गलती व्है गई |

छप्पन भोग जीमता थारी , आदत पद गई चाट की | |

जीमो म्हारा …………….

परदों भूल गई सांवरियो , परदों फेर लगायो जी ,

धाबलिया री ओट बैठकर , श्याम खीचड़ो खायोजी |

जीमो म्हारा ……………

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