।। राम राम सा ।।
आज वर्ल्ड लेफ्ट हैंडर्स डे है। यानी अन्तराष्ट्रीय बायाँ हाथ वालो का दिवस है
हमारे घर में भी हम दो लेफ्ट हेंडर है।एक मै और एक मेरी छोटी बेटी कविता
दुनिया तो आज अंतरराष्ट्रीय लेफ्ट हैंडर्स डे मना रही है। यह दिन उन लोगों को समर्पित है जो बाएं हाथ से काम करते हैं या लिखते हैं। दाएं हाथ से काम करने वालों की इस दुनिया में बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों की तादाद कुछ ज्यादा नहीं है और बाएं हाथ से काम करने वालों की परेशानियां सिर्फ वही समझ सकते हैं। आम साजो सामान दाएं हाथ से काम करने वालों की जरूरत को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं और भारत में तो दाएं हाथ से प्रसाद लेना और बड़ों के पांव छूना या दान दक्षिणा देना दाएं हाथ से ही किया जाता है।आधुनिक युग की बात करें तो इन्सान के हर कदम पर उसके काम आने वाले कंप्यूटर का माउस भी दाएं हाथ वालों के लिए ही बना है। हालांकि सिर्फ भारत में ही बाएं हाथ से काम करना अशुभ और बुराई का संकेत माना जाता हो ऐसा नहीं है, विदेशो मे भी कई लोग बाएं हाथ से काम करना भी बुराई का संकेत मानते है।
मुझे तो याद है कि प्रसाद लेने या किसी को पैसे देने के लिए बायां हाथ बढ़ाने पर उन्हें बहुत बार टोका जाना व डांट पड़ती है। बचपन तो मुझे बाएँ हाथ से लिखने पर बहुत बार मार भी पड़ी थी फिर भी आदत नही छूटी ।मैने बाएं हाथ से काम करने वाले बहुत लोगो को देखा है । इन लोगों में कई महान और मशहूर लोगों का नाम आता है। सचिन तेंदुलकर, नरेंद्र मोदी, अमिताभ बच्चन और सौरभ गांगुली जैसे लोग भी बाएँ हाथ से हैं। पुरे विश्व मे बाएँ हाथ वालो की संख्या तो कम ही है । फिर भी बहुत से लोग बाएँ हाथो से काम करने वाले भी हैं
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