हेली मारी निर्भय रहना रे
दुनिया दारी ऑगन कारी जाने भेद मत देहना रे हेली मारी तू निर्भय रहना |
इन काय में ८ कमल है, जाकी जानकारी करजो रे हेली मारी निर्भय रहना |
सत्संग में बेट सुहागन सत्य कमाँइजे रे
तन में गरीबी मन में फकीर, दया रखना रे हेली मारी निर्भय रहना
ज्ञान झरके बेथ के सुहागन झालो देहि जे रे हेली मारी निर्भय रहना रे
तिरवे नि घर 3 पद्मनी जाए बतला इज रे , सत्य बाण पे बेथ सुहागन ,
सीधी आइ जे रे
गुरु चरणों में सीस नमवो जी , गुरु वचनों में रहिजे रे , हेली मारी निर्भय रहना रे
कहत कबीर सुनो भाई साधो , सीतल हो इ जे रे हेली मारी निर्भय रहाइ जे रे
दुनिया दारी ऑगन कारी जाने भेद मत देना हेली मारी निर्भय रहना
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