शुक्रवार, 16 अगस्त 2019

सास बहु की बाताँ

सास बहु की बातां __ पर एक मारवाड़ी  कविता ____

मत कर सासु बेटो बेटों,ओ तो मिनख हमारो है

जद पहनतो बाबा सूट,जद ओ गुड्डू थारो हो
अब ओ पहरे कोट पेंट.,अब ओ डार्लिंग म्हारो है

जद ओ पीतो बोतल में दूध,जड़ ओ गिगलो थारो हो
अब पीवे गिलास में जूस,अब ओ मिस्टर म्हारो है

जद ओ लिखतो क ख ग,जद ओ नानको थारो हो
अब ओ करे watsapp sms,अब ओ जानू म्हारो है

जद ओ खातो चोकलेट आइस क्रीम,जद ओ टाबर थारो हो
अब ओ खावे पिज़्ज़ा बिस्कुट,अब ओ हब्बी म्हारो है

जद ओ जातो स्कुल कोलेज,जद ओ मुन्नो थारो हो
अब ओ जाए ऑफिस में,अब ऑफिसर म्हारो है

जद ओ मांगतो पोकेट खर्चो,जद ओ लाडलो थारो हो
अब ओ ल्यावे लाखां रूपिया,अब ओ ए टी एम म्हारो है

मत कर सासू लालो लालो,अब ओ छैलो म्हारो है |

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